लापरवाही Â हाल की बैंक डकैती की सभी घटनाओं की जांच में बैंकों की लापरवाही आयी सामने
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बैंक वाले नहीं करते सुरक्षा मानकों का पालन
लापरवाही Â हाल की बैंक डकैती की सभी घटनाओं की जांच में बैंकों की लापरवाही आयी सामने पटना : राज्य में बैंक डकैती की घटनाओं की जांच में एक अहम बात सामने आयी है कि बैंक वाले सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करते हैं. बैंकों को सुरक्षा से संबंधित जितने भी मानकों का पालन करना […]
पटना : राज्य में बैंक डकैती की घटनाओं की जांच में एक अहम बात सामने आयी है कि बैंक वाले सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करते हैं. बैंकों को सुरक्षा से संबंधित जितने भी मानकों का पालन करना चाहिए, उन्हें नियमानुसार लागू नहीं कर रहे हैं. हाल में बैंक डकैती या लूट की जितनी भी घटनाएं हुई हैं. उनकी जांच करने पर यह सच्चाई सामने आयी है. इसके मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने सभी बैंकों को सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए कहा है.
बैंकों से कहा गया है कि वे अपनी सीसीटीवी कैमरों को लगाने में विशेषतौर पर कुछ महत्वपूर्ण बातों का पालन करें. हाल की बैंक डकैती की सभी वारदातों में एक बात समान रूप से देखी गयी कि लुटेरे हर वारदात में अपने साथ सीसीटीवी से जुड़े कंप्यूटर की हार्डडिस्क लेते जाते या सीसीटीवी को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर देते हैं. इस वर्ष अब तक बैंक डकैती की आठ घटनाएं हो चुकी हैं.
बैंको को निर्देश, तैयार करें केंद्रीकृत सुरक्षा या मॉनीटरिंग प्रणाली : इसलिए सभी बैंकों से खासतौर से कहा गया है कि वे एक केंद्रीकृत सुरक्षा या मॉनीटरिंग प्रणाली तैयार करें. इसमें प्रमुख बैंकों को खासतौर से कहा गया है कि वे सभी शाखाओं से जुड़ा हुआ एक केंद्रीकृत सर्वर अपने मुख्यालय में रखें, जिनमें सभी बैंक ब्रांच के सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग जुड़ी रहे. इससे अगर किसी बैंक शाखा में वारदात के दौरान सीसीटीवी को डैमेज भी कर दिया जाता है, तो उनकी रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहे. सभी बैंक अपने पटना स्थित मुख्यालय में इसके लिए अलग से बंदोबस्त करें. इसके अलावा सभी शाखाओं को यह भी कहा गया है कि वे कुछ कैमरों को इस तरह से लगायें कि वे बाहर से नहीं दिखें.
इसकी रिकॉर्डिंग वाले कंप्यूटर सीपीयू को भी छिपाकर रखें. इन सावधानियों को खासतौर से बरतने के लिए सभी बैंकों से कहा गया है. ताकि किसी वारदात के बाद अपराधियों को दबोचने में सहूलियत हो.
इन मानकों का पालन नहीं करते बैंक वाले, इसलिए होती हैं घटनाएं
कुछ सीसीटीवी कैमरों को गुप्त रूप से या सही जगह पर नहीं लगाते.
कैश को लाने या ले जाने की सूचना स्थानीय या संबंधित थाने को नहीं देते हैं.
कैश परिचालन में काफी लापरवाही बरती जाती है, इसकी कोई सूचना थाना, डीएसपी या एसपी को नहीं देते
बैंक में सुरक्षा गार्ड रहते ही नहीं या रहते भी है, तो वारदात के समय कोई हरकत नहीं दिखाते
किसी बैंक में कभी मॉक ड्रिल आयोजित नहीं होता, जिससे डकैती के समय कर्मी थोड़ा अलर्ट रह सकें.
अधिकांश बैंकों में किसी वारदात के दौरान मौजूद सायरन बजता ही नहीं
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