यह जानकारी प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को डॉल्फिन दिवस के कार्यक्रम के दौरान दी. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पटना के बेऊर, कर्मलीचक, सैदपुर और पहाड़ी इलाकों में चार सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे. इससे 116 मिलियन लीटर पानी का प्रतिदिन शोधन किया जायेगा. इनके लिए टेंडर निकाले गये हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने निर्णय लिया है कि अब ट्रीटेड वाटर (शोधित पानी) भी गंगा में नहीं डाला जायेगा. इसका इस्तेमाल फसलों की सिंचाई में किया जायेगा. गंगा को प्रदूषणमुक्त करने के लिए केंद्र की नमामि गंगे परियोजना की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने देश में 4275 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है. इसमें विभिन्न परियोजनायें हैं.