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रामविलास पासवान ने कहा- पटना विवि का दुनिया में विशिष्ट स्थान, मुझे यहां का छात्र होने पर गर्व है

पटना: बिहार के गठन के साथ ही स्थापित पटना विश्वविद्यालय के सौ साल पूरे होने के अवसर पर केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि उन्हें इस शिक्षण संस्थान का छात्र होने पर गर्व है. केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने ट्विटर पर पोस्ट किया है, पटना विश्वविद्यालय […]

पटना: बिहार के गठन के साथ ही स्थापित पटना विश्वविद्यालय के सौ साल पूरे होने के अवसर पर केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि उन्हें इस शिक्षण संस्थान का छात्र होने पर गर्व है. केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने ट्विटर पर पोस्ट किया है, पटना विश्वविद्यालय के 100 साल पूरे होने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं उन्होंने लिखा है, पटना विश्वविद्यालय का देश और दुनिया में शिक्षा के क्षेत्र में अपना एक विशिष्ट स्थान है. पिछले 100 साल मे लाखों की संख्या में यहां से शिक्षा प्राप्त छात्रों ने देश व दुनिया में नाम कमाया है और बिहार का नाम रोशन किया है. पासवान ने लिखा है, मुझे इस बात का गर्व है कि मैं पटना विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूं. मैं विश्वविद्यालय के और अधिक उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं.

पटना विश्वविद्यालय देश का सातवां सबसे पुराना विवि है. इसकी स्थापना अक्तूबर 1917 में हुई थी. प्रशासन ने पूरे वर्ष शताब्दी समारोह मनाने का निर्णय किया है. जिसके तहत अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस माह के अंत में इसकी शुरुआत कर सकते हैं. विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी प्रसाद सिंह ने कहा, यह बेहद गर्व की बात है कि पटना विश्वविद्यालय ने अपने सौ वर्ष पूरे कर लिए हैं. हालांकि पिछले कुछ दशक में इसकी शैक्षिक चमक कुछ धूमिल हुई है, आज के दिन हम इस प्रसिद्ध संस्थान का गौरव बहाल करने का संकल्प लेते हैं ताकि यह अगले 100 वर्षों तक चमकता रहे. चूंकि विश्वविद्यालय की स्थापना नये राज्य के गठन के साथ ही हुई थी इसलिए इसकी कहानी आधुनिक बिहार की कहानी है और दोनों ही प्रेरणा देने वाली हैं.

राजनीति के क्षेत्र में अलग पहचान बनने वाले लालू प्रसाद, रवि शंकर प्रसाद, सुशील कुमार मोदी, सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वर पाठक, आधुनिक युग में योग के जनक माने जाने वाले तिरुमलाई कृष्णनामचार्य इसी विश्वविद्यालय की देन हैं. गौरतलब हो कि राजनीति के अलावा सामाजिक कार्यों और अन्य क्षेत्रों में अनेक दिग्गज देने वाले पटना विश्वविद्यालय के लिए गौरव का क्षण है. इसने अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे कर लिए हैं. पटना विश्वविद्यालय देश का सातवां सबसे पुराना विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना अक्तूबर 1917 में हुई थी.

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