पटना: सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करते ही 15 अप्रैल से मांगलिक कार्य शुरू हो जायेंगे. पंडित मरकडेय शारदेय का कहना है कि वैशाख शुक्ल चतुदर्शी 14 अप्रैल (सोमवार) की सुबह 8.50 मिनट पर सूर्य का मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश हो रहा है.
खरमास समाप्त होते ही विवाह व अन्य मांगलिक कार्यो की शुरुआत हो जायेगी, जो सात जुलाई तक रहेगी. हालांकि 14 की रात 10 बजे तक हस्त नक्षत्र होने से विवाह संबंधी कार्य 15 से ही शुरू हो सकें गे. पंडित शारदेय ने बताया कि सभी पंचांगों के अनुसार इस बार जोरदार लग्न है. बनारसी व मिथिला पंचांग के अनुसार चार महीनों में 58 शुभ मुहूर्त हैं. बनारसी पंचांग के तहत 39 तो मिथिला पंचांग के मुताबिक 19 मुहूर्त हैं.
सात जुलाई के बाद फिर चार माह का ब्रेक : 7 जुलाई के बाद मांगलिक कार्य के लिए लंबे समय का इंतजार करना पड़ेगा. 8 जुलाई को हरि शयन एकादशी तिथि से खरमास शुरू होगा, जो कार्तिक शुक्ल एकादशी तक रहेगा. शास्त्रों के अनुसार हरि शयन एकादशी से भगवान विष्णु शयन कक्ष में चले जाते हैं. इसे चतुर्मास भी कहा जाता है. इसमें शुभ कार्य वजिर्त होते हैं. कार्तिक शुक्ल में तुलसी विवाह के दिने से भगवान विष्णु जागते हैं. उसी दिन से मांगलिक कार्य की शुरुआत होती है.