पटना: पटना जंकशन पर वाटर सप्लाइ मैनेज के खेल में उलझ गयी है. ट्रेन के पीक आवर में मेन सप्लाइ प्वाइंट को बंद कर दिया जा रहा है. मजबूर होकर यात्री सील पैक बोतल के लिए जेब ढीली कर रहे हैं.
यह खेल वेंडरों और वालमैन के बीच सांठगांठ के जरिये हो रहा है. कमीशन के चक्कर में वालमैन का इस्तेमाल कर वेंडर पानी की सेल बढ़ाने में जुटे हैं. जंकशन के प्लेटफॉर्म पर एमआरपी से ज्यादा पैसा लेकर पानी का बोतल, कोल्ड ड्रिंक, चिप्स व अन्य खाद्य सामग्री बेचे जाने के मामले का खुलासा होने के बाद एक और राजफांस हुआ है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक वेंडरों ने पानी की सेल बढ़ाने के लिए जंकशन पर ड्यूटी करनेवाले वालमैन से सांठ-गांठ कर लिया है. मैनेज के चलते प्लेटफॉर्म पर बने प्याऊ की सप्लाइ को पूरे प्लान के साथ बंद कर दिया जा रहा है. मेन सप्लाइ प्वाइंट बंद होने से टोटी तक पानी नहीं पहुंच रहा है. ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आते ही यात्री बोतल लेकर टोटी तक पहुंच रहे हैं और पानी नहीं मिलने पर मजबूर होकर वेंडर के पास जा रहे हैं. पानी सप्लाइ के लिए जंकशन पर चार पानी टंकी हैं, लेकिन मैनेज के चलते यात्रियों को लाभ नहीं मिल रहा है.
पिक आवर में होता ठप
सुबह 10से लेकर दोपहर 1 बजे तक प्लेटफॉर्म नंबर दो से सात तक पर कुछ मुख्य ट्रेनों का ठहराव होता है. इस अवधि में बाहर की ट्रेनें आती हैं. इनमें ब्रrापुत्र, पूर्वा, विक्रमशिला एक्सप्रेस आदि शामिल हैं. यात्री सफर के दौरान पानी के नाम पर दोहरी मार ङोलते हैं. एक तो टोटी में पानी नहीं मिलता, ऊपर से सील पैक बोतल एमआरपी से ज्यादा रेट पर दिया जाता है.
चिह्न्ति किये गये हैं नाम
पानी की बिक्री बढ़ाने के लिए व स्टेशन पर इसे मैनेज करने के इस खेल की जानकारी रेल प्रशासन को हो चुकी है. सूत्रों की मानें, तो कुछ लोग चिह्न्ति भी किये गये हैं. रंगे हाथ पकड़े जाने पर रेल प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा.