पटना: बिहार में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए पथ निर्माण विभाग ने 124 ‘ब्लैक स्पॉट’ (जहां दुर्घटनाएं होती हैं), चिन्ह्नित किये है. पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने आज बताया कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम की दिशा में विभाग ने काम शुरू कर दिया है. इसके लिए सड़कों के ‘एक्सीडेंटल जोन’ को चिन्ह्नित करके उसके निराकरण का निर्देश दिया गया है.
पथ निर्माणमंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि राज्य में पिछले तीन वर्षों के भीतर घटी सड़क दुर्घटनाओं और उसमें हताहतों की संख्या के आकलन पर पथ निर्माण विभाग और गृह विभाग के प्रतिवेदन में राज्य में 124 ऐसे ‘ब्लैक स्पॉट’ पाये गये हैं जहां उन स्थानों पर वर्ष 2014 से 2016 के बीच सड़क दुर्घटना की 860 से अधिक घटनाएं घटी, जिसमें 400 से अधिक लोग इसके शिकार हुए.
नंदकिशोर ने बताया कि उक्त अवधि में राजधानी पटना में ही ‘ब्लैक स्पॉट’ के कारण सड़क दुर्घटना की 167 घटनाएं घटीं जिसमें 56 लोग हताहत हुए. उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और राज्य पुलिस प्रशासन ने भी ऐसे ‘एक्सीडेंटल जोन’ की पहचान की है. उन्होंने कहा कि घनी आबादी और अत्यधिक यातायात के कारण चिन्हित ‘ब्लैक स्पाटों’ पर दुर्घटनाएं अधिक होती हैं.
मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये है कि राज्य में पथ निर्माण विभाग के अन्तर्गत पथों पर ऐसे ‘ब्लैक स्पाटों’ को चिन्ह्नित करके इसका शीघ्र निदान करें. नंदकिशोर ने बताया कि अधिकारियों को ऐसे ‘स्पॉट’ की सूची दे दी गयी है और इसके लिए अल्पकालीन तथा दीर्घकालीन पैमाने के तहत कार्य करने का आदेश दिया गया है. उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से भी अनुरोध किया गया है कि वह बिहार में राष्ट्रीय राजमार्ग पर चिन्ह्नित वैसे स्पाटों की पहचान कर निराकरण की दिशा में की गयी कार्यवाही से पथ निर्माण विभाग को अवगत करायें.