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मनी लॉड्रिंग मामला : जैन बंधु के सीए ने लिये मीसा व शैलेश के नाम
मनी लॉड्रिंग से जुड़े मामले में बढ़ीं मुश्किलें पटना : मनी लॉड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की गिरफ्त में आये जैन बंधु के सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) राजेश अग्रवाल ने सांसद मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार के नाम लिये हैं. हाल में दोबारा रिमांड पर लेकर इडी द्वारा की गयी लंबी पूछताछ के […]
मनी लॉड्रिंग से जुड़े मामले में बढ़ीं मुश्किलें
पटना : मनी लॉड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की गिरफ्त में आये जैन बंधु के सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) राजेश अग्रवाल ने सांसद मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार के नाम लिये हैं. हाल में दोबारा रिमांड पर लेकर इडी द्वारा की गयी लंबी पूछताछ के दौरान उसने मनी लॉड्रिंग के इस पूरे गोरखधंधे में शामिल सभी लोगों के नामों के साथ उनकी अवैध संपत्ति की विस्तृत जानकारी दी है.
हालांकि, इस पूरे मामले में इडी के अधिकारियों ने कुछ भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी है. लेकिन, सूत्रों के अनुसार, उसने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती के खिलाफ दो हजार करोड़ से ज्यादा की अवैध संपत्ति की जानकारी दी है. इसमें नयी दिल्ली की सैनिक विहार कॉलोनी में करीब एक बीघे में फैला फॉर्म हाउस भी शामिल है. इसके अलावा फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, फ्रेंड्स कॉलोनी समेत अन्य जगहों पर प्लॉट और फ्लैटों का भी पता चला है. सीए राजेश अग्रवाल जैन बंधुओं के अलावा सांसद मीसा भारती के रुपये को भी ठिकाने लगाने और इधर-उधर एडजस्ट करने का काम करता था.
सीए ने यह भी बताया है कि मीसा के फॉर्म हाउस की खरीद में जैन बंधुओं की भूमिका सबसे अहम थी. इसे खरीदने में 90% से ज्यादा रुपये जैन बंधुओं ने ही कमीशन के तौर पर दिये गये थे. सूत्र बताते हैं कि इसकी डील उस समय हुई थी, जब लालू प्रसाद रेल मंत्री थे. उस दौरान जैन बंधुओं ने रेल मंत्रालय की बड़ी संख्या में होटल, गेस्ट हाउस और ऐसी अन्य संपत्तियों को लीज पर लिया था. इस डील में पैसे का जम कर लेन-देन हुआ था. इसी का नतीजा यह फॉर्म हाउस माना जा रहा है.
नोटबंदी के बाद गड़बड़ी के मिले पुख्ता सबूत
सीए ने यह भी बताया कि नोटबंदी के बाद मीसा भारती की करोड़ों ब्लैक मनी को व्हाइट करने का काम उसने ही किया है. ये रुपये कितने थे, यह तो स्पष्ट नहीं हुआ, लेकिन इनके 10 करोड़ के आसपास होने की संभावना है.
जांच के दौरान यह बात भी सामने आयी है कि मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार की कंपनी मिशैल पैर्क्स एवं प्रिंटर प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों के दाम में बड़े स्तर पर कम और ज्यादा करने का खेल हुआ था और इसके जरिये जैन बंधुओं ने करोड़ों रुपये को ब्लैक से व्हाइट किया था. इसमें भी मीसा और उनके पति को भी अच्छी-खासी हिस्सेदारी मिली है. कितनी मिली है, इसकी जांच चल रही है.
इस तरह खुलती गयी कलई
नोटबंदी के बाद मनी लॉड्रिंग और हवाला कारोबार के आठ हजार करोड़ से ज्यादा के मामले में दिल्ली के जाने-माने व्यापारी और होटल रैडिशंस ब्लू के मालिक वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन को इडी ने करीब दो महीने पहले ही गिरफ्तार किया था. इन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद इनके गोरखधंधे से जुड़े कई लोगों के नाम सामने आने लगे. इनमें सबसे प्रमुख इनके सीए राजेश अग्रवाल का नाम शामिल है, जिसे इडी ने गिरफ्तार कर पूछताछ की है. इसी क्रम में सांसद मीसा भारती समेत अन्य व्यापारियों और नामचीन लोगों के नाम सामने आने लगे और इनकी कलई खुलती चली गयी. वर्तमान में गिरफ्तार हुए ये सभी आरोपित जेल में हैं.
मीसा से इडी कभी भी कर सकता है पूछताछ
नाम आने के बाद इडी मीसा भारती से कभी भी पूछताछ कर सकता है. विभागीय सूत्र बताते हैं मीसा व उनके पति के खिलाफ ठोस कागजात जुटाये जा रहे हैं. साथ ही इसमें कितने लोग किस-किस स्तर पर शामिल हैं, सबका ब्योरा भी जुटाया जा रहा है. इसके बाद मीसा से पूछताछ हो सकती है.
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