कार्यशाला. एचआइवी संक्रमित लोगों को समाज से जोड़ने की पहल
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एड्स संक्रमित परिवारों के बच्चों को सुनिश्चित हो मदद
कार्यशाला. एचआइवी संक्रमित लोगों को समाज से जोड़ने की पहल नवादा कार्यालय : सदर अस्पताल स्थित जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में गुरुवार को एड्स संक्रमण से प्रभावित बच्चों पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुआ. कार्यशाला में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने कहा कि जिले में एड्स से पीड़ित […]
नवादा कार्यालय : सदर अस्पताल स्थित जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में गुरुवार को एड्स संक्रमण से प्रभावित बच्चों पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुआ. कार्यशाला में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने कहा कि जिले में एड्स से पीड़ित परिवारों के बच्चों को हरसंभव मदद दी जायेगी. समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित परवरिश योजना के तहत ऐसे परिवारों के बच्चों को पढ़ने लिखने के लिए आर्थिक सहायता भी दी जा रही हैं.
साथ ही सरकार की अन्य योजनाओं के तहत इनके कल्याण के लिए कदम उठाये जा रहे हैं. बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा डिस्ट्रिक्ट लेवल चिल्ड्रन अफेक्टेड बाय एड्स (काबा) का एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया. इसमें चिकित्सा पदाधिकारी प्रशिक्षण डॉ उमेश चंद्र, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ वासुदेव प्रसाद ने उपस्थित परिवारों व एड्स के प्रति कार्यरत स्वयंसेवकों को जागरूक किया.
समाज से जोड़ने की हो पहल सदर अस्पताल स्थित एकीकृत परामर्श व जांच केंद्र के प्रभारी डॉ विमल प्रसाद ने एड्स संक्रमित व्यक्ति व परिवारों के प्रति समाज के दृष्टिकोण में बदलाव की पहल की. उन्होंने कहा कि एड्स का संक्रमण किसी भी व्यक्ति को अनजाने में भी हो सकता है.
ऐसे में इन व्यक्तियों व उनके परिवारों का समाज से बहिष्कार निंदनीय हैं. ऐसे लोगों को विशेष देखभाल व अपनेपन की जरूरत होती हैं. विभिन्न जगहों से आये ऐसे परिवारों को होनेवाली शंकाओं का भी डॉ प्रसाद ने खुल कर निराकरण किया.कार्यशाला में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पेशकार सुशील कुमार, आइसीटीसी के सुनील दास, परामर्शी संजीव कुमार गुप्ता, लैब तकनीशियन प्रभाकर कुमार, एचएलएफपीपीटीसी ब्रजभूषण कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे.
सरकार चला रही कई योजनाएं
एचआइवी से संक्रमित व्यक्तियों व उनके आश्रितों के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही हैं. इनमें एड्स से प्रभावित माता-पिता के बच्चों के लिए परवरिश योजना के तहत पढ़ाई के लिए अनुदान दिया जाता है. शून्य से छह आयु वर्ग के बच्चों के लिए 900 रुपये तथा छह से 18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए एक हजार रुपये का अनुदान मिलता है. इसमें प्रखंड के सीडीपीओ को आवेदन देना होता है. उनकी अनुशंसा पर अनुमंडल पदाधिकारी की स्वीकृति मिलती है. लाभुक को एक वर्ष के लिए अनुदान दिया जाता है. इसके बाद प्रत्येक साल अनुमंडल पदाधिकारी इसका नवीकरण करते हैं. एड्स संक्रमित लोगों को एड्स शताब्दी योजना के तहत 15 सौ रुपये प्रतिमाह व एआरटी सेंटर से निःशुल्क दवा लाने के लिए यात्रा व दैनिक भत्ता भी दिया जाता है. एक पीड़ित के बच्चों को परवरिश योजना के लाभ मिलने में कुछ दिक्कते हुई. इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए सीएस डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने पदाधिकारी से संपर्क करके समस्याओं को दूर करने की हिदायत दी. साथ ही ऐसे व्यक्तियों व परिवारों के बारे में पूरी गोपनीयता बरतने का भी सलाह दी.
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