36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

खुरहा रोग के लिए लगभग दो लाख पशुओं के टीकाकरण का है लक्ष्य

नस्ल सुधार कार्यक्रम में दो सौ जानवरों का होगा चयन नवादा कार्यालय : पशुओं को लंगड़ी व गलाघोंटू रोग से बचाने के लिए चलनेवाले टीकाकरण का समापन हो गया. पशुपालन विभाग में बुधवार को हुई मासिक बैठक में इसकी समीक्षा की गयी. विभाग द्वारा पशु स्वास्थ्य रक्षा पखवारा की शुरुआत एक अगस्त से की गयी […]

नस्ल सुधार कार्यक्रम में दो सौ जानवरों का होगा चयन
नवादा कार्यालय : पशुओं को लंगड़ी व गलाघोंटू रोग से बचाने के लिए चलनेवाले टीकाकरण का समापन हो गया. पशुपालन विभाग में बुधवार को हुई मासिक बैठक में इसकी समीक्षा की गयी. विभाग द्वारा पशु स्वास्थ्य रक्षा पखवारा की शुरुआत एक अगस्त से की गयी थी,
जो 20 अगस्त तक चलनेवाली थी. सही समय पर सारे टीके उपलब्ध नहीं होने के कारण इस अवधि को 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया था. पखवारे के समापन पर कुल एक लाख 80 हजार पशुओं का टीकाकरण किया गया. जिला पशुपालन अधिकारी डॉ श्याम सुंदर प्रसाद ने बताया कि जिले में बड़े पशुओं की कुल संख्या 4 लाख 49 हजार 125 है, इसमें से 1 लाख 80 हजार पशुओं को एचएस व बीक्यू का टीका लगाया गया. कार्यक्रम के तहत जिले की 187 पंचायतों के 1488 गांव सहित तीन नगर निकायों के 70 वार्डों के पशुओं का टीकाकरण किया गया. इसमें सामान्य जाति के 1 लाख 41 हजार 6 सौ 20, अनुसूचित जाति के 38 हजार 2 सौ 8 सहित अनुसूचित जनजाति के 1 सौ 72 पशुपालकों के जानवर शामिल हैं. पशुओं को टीका लगाने के लिए पशुपालन विभाग ने कुल 1480 प्राइवेट वैक्सीनेटर से मदद ली गयी.
खुरहा रोग का टीकाकरण सितंबर में : जिले के लगभग दो लाख जानवरों को खुरहा रोग से बचाव के लिए पशुपालन विभाग द्वारा मुफ्त में टीकाकरण किया जायेगा. राज्य सरकार द्वारा जल्द ही इसके तिथि की घोषणा की जायेगी. संभवतः यह सितंबर महीने के द्वितीय पखवारे में शुरू किया जाना हैं. भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी मोबाइल डॉ सुनील कुमार ने बताया कि जानवरों में खुरहा रोग विषाणुओं के संक्रमण से होता है. इसे एफएमडी (फूट व माउथ डिजीज) के नाम से भी जाना जाता है. इसमें दुधारू जानवर के मुंह व पांव में घाव हो जाता हैं. जानवर को तेज फीवर भी हो आता हैं. बछड़े जैसे छोटे जानवरों की मौत तक हो जाती हैं. बीमार जानवरों का दूध काफी कम हो जाता है. इससे पशुपालकों को आर्थिक हानि उठानी पड़ती हैं.
देशी जानवरों के नस्ल सुधार के लिए कार्यक्रम : बिहार लाइव स्टॉक डेवलपमेंट एजेंसी द्वारा देशी सहित जिन जानवरों (नॉन डिस्क्रिप्ट) के नस्ल की जानकारी नहीं हैं. ऐसे जानवरों के नस्ल सुधार करने के लिए राज्य भर में कार्यक्रम आयोजित किया गया हैं. सरकार द्वारा सारे भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रम के तहत अपने क्षेत्र के ऐसे जानवरों का चयन किया जाये. जिले भर में लगभग दौ सौ जानवरों को इस कार्यक्रम में शामिल किया जाना हैं.
चयनित देसी गायों को सिंक्रोनाइजेशन प्रक्रिया के तहत कृत्रिम गर्भाधान कराया जायेगा. इसके लिए पशुपालकों को निर्धारित शुल्क विभाग में जमा कराना होगा. विभाग ऐसे पशुपालकों को कार्यक्रम के तहत निःशुल्क दवायें उपलब्ध करायेगी. चयनित गौ जाति के देसी नस्ल व नॉन डिस्क्रिप्ट जानवरों के लिए दो अक्टूबर को हीट पीरियड का समय निर्धारण किया गया हैं.
जिले में एचएस व बीक्यू टीकाकरण की स्थिति
प्रखंड कुल टीकाकरण
नवादा नगर 2580
नवादा सदर 20490
वारिसलीगंज 15600
मेसकौर 7440
सिरदला 14490
रजौली 18210
नरहट 8940
कौवाकोल 13020
काशीचक 6420
रोह 12510
हिसुआ 11160
गोविंदपुर 6690
पकरीबरावां 13410
अकबरपुर 20100
नारदीगंज 8940
कुल टीकाकृत पशु 1,80,000
क्या कहते हैं अधिकारी
जिले में पशुओं को गलाघोंटू व लंगड़ी रोगों से बचाव के लिए चलनेवाले टीकाकरण पखवारा को सफलता पूर्वक पूरा किया गया. विभाग जल्द ही खुरहा रोग से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाने वाला है. साथ ही देसी जानवरों के नस्ल में सुधार के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया हैं. पशुपालक अपने क्षेत्र के भ्रमणशील पशु चिकित्सक से इसकी जानकारी ले सकते हैं.
डॉ श्याम सुंदर प्रसाद, जिला पशुपालन अधिकारी

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें