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पत्रकार राजदेव की पत्नी को दी राहत राशि

नवादा जिला पत्रकार संगठन ने सीवान जाकर दिये 70 हजार रुपये पीड़िता आशा रंजन को सरकार से कोई मदद नहीं मिलने की कसक हिसुआ. नवादा जिला पत्रकार संगठन की ओर से गुरुवार को राजदेव रंजन की पीड़िता पत्नी आशा रंजन को 70 हजार रुपये की राहत राशि दी गयी. संगठन के प्रतिनिधियों ने सीवान जाकर […]

नवादा जिला पत्रकार संगठन ने सीवान जाकर दिये 70 हजार रुपये
पीड़िता आशा रंजन को सरकार से कोई मदद नहीं मिलने की कसक
हिसुआ. नवादा जिला पत्रकार संगठन की ओर से गुरुवार को राजदेव रंजन की पीड़िता पत्नी आशा रंजन को 70 हजार रुपये की राहत राशि दी गयी. संगठन के प्रतिनिधियों ने सीवान जाकर राशि का डीडी दिया. उक्त राशि संगठन के सदस्यों व विभिन्न पत्रकारों ने मिल कर सहयोग के रूप में दिया है.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश कुमार, संगठन के पूर्व सचिव अशोक सिंह, संगठन मंत्री सर्वेश कुमार गौतम, कोषाध्यक्ष जितेंद्र राज सहित पांच प्रतिनिधि वहां पहुंचे. आशा रंजन ने प्रतिनिधियों से अपनी पीड़ा सुनायी. उन्होंने कहा कि सरकार से अभी तक किसी तरह की मदद व राहत नहीं मिली है और न ही इसकी कोई घोषणा की गयी है. विपक्ष के नेता तो यहां पहुंचते रहे. सांत्वना व राहत राशि आदि दी. लेकिन सत्ता पक्ष के लोग यहां नहीं आये. सरकार से हमारी कई मांगें हैं.
हमारे बाल-बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा, हमारी नियोजित शिक्षक पद की नौकरी को स्थायी करने आदि की मांगे हैं. इसे देकर सरकार हमारे परिवार को राहत पहुंचा सकती है.
उन्होंने पीछे छोड़ छह साल की बेटी आदिति व 15 साल के बेटे आशीष के साथ बेसहारा हो जाने की बात कही. उन्होंने राजदेव रंजन को पूर्व में भी धमकी मिलने की बात को स्वीकार किया. लेकिन इन मुद्दों पर परिवार व इष्ट-मित्रों में बहुत कम बोलने की बात कही. बहुत सारी बातें राजदेव अपने मन के भीतर ही रखते थे. 13 मई की हत्या के दिन वे अपने अखबार के कार्यालय के सभी कार्य निबटा कर स्टेशन की ओर गये थे. जहां रास्ते में ही गोली मारी गयी. वहां के अन्य पत्रकारों ने भी सीवान की घटना के बाद क्षेत्र में डर का माहौल कायम रहने की बात कही.

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