नवादा : भारतीय संस्कृति में बुजुर्ग परंपरा के वाहक हैं. आने वाली पीढ़ी के लिए आप हमेशा प्रेरणा श्रोत हैं. ये बातें घाना दक्षिण अफ्रीका के डिप्टी हाइ कमिश्नर अजनीश कुमार ने वरीय नागरिक संघ द्वारा आयोजित सेमिनार में कही.
‘बुजुर्ग भारतीय संस्कृति की विरासत हैं’ विषय पर आयोजित एक सेमिनार की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चर के साथ किया गया.
अपर उच्चयुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय संस्कृति की विश्व में एक अलग पहचान है. बुजुर्गो के कारण यह विरासत नयी पीढ़ी को मिला है. हमारा यह कर्तव्य है कि बुजुर्गो की इस पूंजी को सहेज कर आगे बढ़ायें. उन्होंने कहा कि जहां वृद्ध नहीं वहां वृद्धि हो ही नहीं सकती है. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ एसएन शर्मा ने किया.
उच्चयुक्त ने उपस्थित बुजुर्गो से कहा कि वरीय नागरिक संघ के दैनिक गतिविधियों व सामाजिक सरोकार समाज को दिशा देने वाला है. समाज के बुजुर्ग यदि इसी प्रकार सभी जगहों पर सक्रिय रहे तो समाज की उन्नति अवश्य होगी. उपस्थित बुजुर्गो ने संगठन के कार्यक्रम को नयी दिशा देने के लिए अपर उच्चयुक्त को संगठन का संरक्षक बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे उनके द्वारा स्वीकार किया गया.
वैदिक मंत्रोच्चर पंडित ललित किशोर शर्मा व राम शरण प्रसाद सिंह द्वारा किया गया था. इस अवसर पर धनेश्वर यादव, भोला नाथ दीक्षित, अजरुन सिंह, कपिलदेव सिंह, शारदा उपाध्याय, सरयुग प्रसाद, सिद्धेश्वर सिंह, लालो सिंह, सुलेमान खां, राम दुलारी सिन्हा आदि बुजुर्ग मौजूद थे.