सासाराम (नगर) : आरा–सासाराम रेलखंड पर सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने की कवायद सरकार ने शुरू कर दी है. रेल एसपी (पटना) ने खंड पर सुरक्षा तंत्र को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से कई एहतियाती कदम उठाये हैं.
यदि सरकार अधिकारी के प्रस्ताव पर अपना मुहर लगा देती है, तो रेल खंड पर आये दिन घटने वाली घटनाओं पर विभाग को नजर रखने में सहुलियत हो जायेगी.
विभाग को भेजे प्रस्ताव में एसपी उपेंद्र कुमार सिन्हा ने नोखा, बिक्रमगंज व पीरो में नये रेल थाना, डेहरी जीआरपी (पीपी) को थाने का दर्जा देने तथा सासाराम में राजकीय रेल पुलिस(जीआरपी) अनुमंडलीय कार्यालय स्थापित कर उपाधीक्षक स्तर के एक अधिकारी व उसके अनुरूप अन्य अधिकारियों व सुरक्षा बल की तैनाती करने को कहा है.
इससे सासाराम अनुमंडल रेल क्षेत्र में पड़ने वाले आरा– सासाराम व गया–मुगलसराय रेल खंड पर चलने वाली ट्रेनों की सुरक्षा व घटने वाली घटनाओं पर आसानी से नजर रखा जा सके. सासाराम रेल अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत पूरब में डेहरी, पश्चिम में कर्मनाशा, उत्तर में आरा तक के स्टेशन को शामिल किये जाने की संभावना है.
गौरतलब है कि 2009 में पूर्ण रूप से शुरू आरा–सासाराम रेल खंड के प्रमुख स्टेशनों पर जीआरपी थाना खोलने की मांग राजनीतिक दलों, स्वयंसेवी संस्था के लोगों ने विभाग से ट्रेन परिचालन शुरू होने के साथ ही करते आ रहे थे. 100 किलोमीटर लंबी आरा– सासाराम रेल खंड राजकीय रेल थाना के लिए अधिसूचित नहीं होने की वजह से इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों में घटने वाली घटनाओं की प्राथमिकी दर्ज कराने में यात्रियों को काफी परेशानी होती थी.
सासाराम जीआरपी जहां अपने क्षेत्र में घटना नहीं होने की बात एफआइआर दर्ज करने में अक्सर कतराती रहती थी. वही, ट्रेन से कट कर मरनेवालों के पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय थाने का सहारा लेना पड़ता था.