नवादा : 17 साल का गंठबंधन टूट गया. कल तक साथ जीने मरने की कसमें खाने वाली दो राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता आज एक दूसरे पर तीखे प्रहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. हालांकि, यह राजनीतिक वाक युद्ध है.
पर, इस अलगाव ने दोनों को आमने-सामने ला कर खड़ा कर दिया. प्रभात खबर ने गंठबंधन के दोनों दलों के जिलाध्यक्षों से उनकी राय जाननी चाही, जो इस प्रकार है.