विद्युतीकरण कार्य में लगी एजेंसी की समयावधि समाप्त
2703 गांव/टोलों को ऊर्जान्वित करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी
बिहारशरीफ : जिले के 828 टोले व गांव अब भी बिजली की पहुंच से दूर हैं. ग्रामीण विद्युतीकरण कार्य में लगी एजेंसी एसएमएस इंफ्रास्ट्रक्चर की निर्धारित अवधि 30 जून 2016 को समाप्त हो चुकी है.
उम्मीद जतायी जा रही है कि कार्य एजेंसी के निर्धारित समय में विस्तार किया जा सकता है. एजेंसी को जिले के 995 राजस्व गांवों के 2703 गांव/टोलों को ऊर्जान्वित करने की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी. शुरुआत में इस कार्य के लिए दो वर्ष की अवधि निर्धारित की गयी थी.
निर्धारित अवधि में कार्य पूरा नहीं होने के कारण समयावधि में विस्तार किया गया था. 30 जून तक 2703 गांव/टोलों में से 1875 गांव/टोलों में ही विद्युतीकरण का कार्य किया जा सका है, जो लक्ष्य का 59 फीसदी दी है. अभी भी 828 गांव व टोले बिजली की पहुंच से दूर हैं.
मई माह में बदले गये 22 ट्रांसफाॅर्मर :
ट्रांसफाॅर्मर में खराबी आ जाने की स्थिति में उसे बदलने के लिए शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग-अलग अवधि निर्धारित है. विभाग द्वारा निर्धारित अवधि में ट्रांसफाॅर्मर बदलने का भरसक प्रयास किया जा रहा है. मई 2016 में जिले में कुल 22 ट्रांसफाॅर्मर बदले गये.
दो जूनियर इंजीनियरों का हुआ तबादला :
साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के द्वारा जिले के दो जूनियर इंजीनियरों का तबादला किया गया है. अधीक्षण अभियंता आरके शर्मा ने बताया कि हरनौत के जूनियर इंजीनियर गुलन कुमार को हिलसा शहरी में स्थानांतरण किया गया है. वहीं पटना के जेइ अखिलेश कुमार नालंदा के एकंगरसराय में स्थानांतरित होकर आये हैं.