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घर-घर हो रही सदस्यों की जांच
बिहारशरीफ. लेप्रोसी केस डिडेक्शन अभियान के तहत हर घर के प्रत्येक सदस्य की जांच की जा रही है. इस कार्य में कुल 3868 टीमें जिला कुष्ठ निवारण विभाग की ओर से लगायी गयी है.प्रत्येक गांव में दो टीमें काम कर रही हैं. टीम में शामिल खोज दल के सदस्य इन दिनों जिले के 17 प्रखंडों […]
बिहारशरीफ. लेप्रोसी केस डिडेक्शन अभियान के तहत हर घर के प्रत्येक सदस्य की जांच की जा रही है. इस कार्य में कुल 3868 टीमें जिला कुष्ठ निवारण विभाग की ओर से लगायी गयी है.प्रत्येक गांव में दो टीमें काम कर रही हैं. टीम में शामिल खोज दल के सदस्य इन दिनों जिले के 17 प्रखंडों के गांवों में जाकर सभी उम्र के सदस्यों की जांच कर रहे हैं.
खोजी दल लोगों के शरीर के किसी भी भाग किसी तरह के दाग की पहचान कर रहे हैं. इस बात को पता लगा रहे हैं कि दाग में सुनापन तो नहीं है। जिस किसी में तांबे रंग का दाग या सुनापन पा रहे हैं. ऐसे लोगों को कुष्ठ के कंफर्म जांच के लिए निकट के पीएचसी में भेज रहे हैं.
ताकि चिकित्सीय जांच में यदि कुष्ठ की पुष्टि होती है तो उसे तुरंत चिकित्सा उपलब्ध करायी जा सके.जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ रविंद्र कुमार ने बताया कि गठित 3834टीमों में से 1934 आशा एवं 1934 पुरुष वोलियंटर शामिल हैं. अब तक 398 संदिग्ध मरीजों की पहचान की जा सकी है. इन लोगों की कंफर्म जांच के लिए निकट के अस्पतालों में भेजा गया है.चिकित्सक पर्यवेक्षक उमेश प्रसाद ने बताया कि सूबे को लेप्रोसी मुक्त बनाने के अभियान के तहत जिले में यह कंपेन अभियान चलाया जा रहा है.
ताकि लोगों को कुष्ठ बीमारी से मुक्त बनायी जा सके. साथ ही कुष्ठ विकलांगता होने से बचाया जा सके. नये मरीजों की पहचान व चिकित्सीय जांच में कुष्ठ बीमारी की पुष्टि होने पर मरीजों को चिहिंत करने वाले खोजी दल के कर्मियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में ढाई सौ रुपये विभाग की ओर से दिये जाएंगे.
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