मुजफ्फरपुर: बिजली चोरी व पावर लॉस पर लगाम लगाने के लिए विभाग ने कमर कस ली है. इसके लिये फीडरवार बिजली खपत का डाटा तैयार किया जायेगा. एक फीडर में लगने वाले ट्रांसफॉर्मरों की सूची बनायी जायेगी. मतलब पावर स्टेशन से निकलने वाले प्रत्येक 11 केवीए फीडर की बिजली खपत का ब्योरा व प्राप्त होने वाले राजस्व का आकलन किया जायेगा. यह निर्णय रविवार को रामदयालु नगर स्थित विद्युत अंचल कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक में लिया गया.
बैठक के दौरान नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के डीजीएम (राजस्व) अरविंद कुमार ने अधिकारियों को बिजली चोरी रोकने व राजस्व में वृद्धि का निर्देश दिया. उन्होंने स्वीकार किया कि पावर लॉस कम करना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है. खपत का 60 प्रतिशत राजस्व वसूल हो पाता है. डीजीएम ने बताया कि आगे की कार्ययोजना के तहत ट्रांसफॉर्मर वार बिजली खपत का आकलन किया जायेगा.
इससे पॉवर लॉस होने के सही कारणों का पता चल जायेगा. सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से पॉवर लॉस होने पर मेंटेंनेस किया जायेगा. ट्रांसफॉर्मर से जुड़े उपभोक्ताओं के लोड की जांच करने में सुविधा होगी. इससे वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल जायेगी. कंप्यूटर में ट्रांसफॉर्मर वार उपभोक्ता का डाटा उपलब्ध होगा.
पांडेय गली का बदला ट्रांसफॉर्मर
पांडेय गली का जला ट्रांसफॉर्मर शनिवार देर शाम को बदल दिया गया. कल्याणी के प्रभारी सहायक अभियंता राजू कुमार ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर से रविवार से आपूर्ति शुरू कर दी गयी है. उधर, शहरी क्षेत्र में ओवर लोड ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढ़ाने के लिए सूची तैयार किया जा रहा है.अधीक्षण अभियंता श्री पाडेंय ने बताया कि ओवर लोड ट्रांसफॉर्मर को जलने से बचाने के लिए अतिरिक्त ट्रांसफॉर्मर लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.