मुजफ्फरपुर: चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर 10 व 11 अप्रैल को बीआरए बिहार विवि के हिस्ट्री विभाग में गांधी पुनर्विचार विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा. आयोजन में राष्ट्रीय अभिलेखागार नयी दिल्ली, विवि, एलएस कॉलेज व तिरहुत कमिश्नरी की विशेष भूमिका रहेगी. ये बातें विभागाध्यक्ष व सह आयोजन सचिव डॉ विवेकानंद […]
मुजफ्फरपुर: चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह के अवसर पर 10 व 11 अप्रैल को बीआरए बिहार विवि के हिस्ट्री विभाग में गांधी पुनर्विचार विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा. आयोजन में राष्ट्रीय अभिलेखागार नयी दिल्ली, विवि, एलएस कॉलेज व तिरहुत कमिश्नरी की विशेष भूमिका रहेगी. ये बातें विभागाध्यक्ष व सह आयोजन सचिव डॉ विवेकानंद शुक्ल ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहीं.
बताया विवि की ओर से संगाेष्ठी की पूरी तैयारी की जा चुकी है. अब तक संगोष्ठी को लेकर 100 से अधिक शोध पत्र आ चुके हैं. संगोष्ठी में चंपारण के किसानों को भी आंमत्रित किया गया है. तत्कालीन समय में चंपारण किसानों के साथ अंगरेजों द्वारा किये गये शोषण पर आधारित स्थानीय गीत का भी उद्घाटन सत्र में प्रस्तुत किया जायेगा. साथ ही एक प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी.
10 अप्रैल को होगा उद्घाटन :10 अप्रैल को सुबह 10 बजे दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन होगा. 10.10 बजे स्वागत भाषण विवेकानंद शुक्ल, 10.20 बजे विषय प्रवेश डॉ अशोक अंशुमन, 10.30 बजे उद्घाटन भाषण प्रो रामजी सिंह, 11 बजे मुख्य अतिथि का भाषण पकंज राग, संयुक्त सचिव संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार नयी दिल्ली, 11.20 बजे मुख्य वक्ता डॉ प्रकाश कुमार पेन्सिलवालिया स्टेट यूनिवर्सिटी यूएसए करेंगे. 12 बजे से विशिष्ट अतिथि का संबोधन होगा.
इनमें बीआरए बिहार विवि के पूर्व वीसी डॉ निहार नंदन प्रसाद सिंह, ललित नारायण मिश्रा मिथिला विवि दरभंगा की पूर्व वीसी डॉ पद्माशा झा, बीएन मंडल विवि मधेपुरा के पूर्व वीसी डॉ रिपुसूदन श्रीवास्तव, बीआरए बिहार विवि के वीसी डॉ अमरेंद्र नारायण यादव, बिहार इतिहास परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉ रत्नेश्वर मिश्र, डॉ सीपीएन सिन्हा, बिहार इतिहास परिषद के अध्यक्ष डाॅ युवराजदेव प्रसाद, आयुक्त तिरहुत प्रमंडल अतुल प्रसाद मौजूद रहेंगे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अपर्णा कुमारी करेंगी.