शिकायती पत्र में बताया गया कि इंस्पेक्टर ऑफ साइंस डॉ रजनीश गुप्ता ने विवि में कंट्रोलर पद पर ज्वाइन किया. इसके बाद आनन-फानन में उन्हें हटाते हुए प्रॉक्टर डॉ सतीश कुमार राय को कंट्रोलर की जिम्मेदारी दे दी गयी. इसकी वजह से विवि में जातिगत राजनीति शुरू हो गयी है. भागलपुर विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह से रुपये लेकर अनापत्ति प्रमाण पत्र देकर विवि में स्थानांतरण का रास्ता साफ कर दिया गया. जबकि बीबी लाल कमेटी के रिपोर्ट के बाद उन्हें बीआरए बिहार विवि से हटाया गया था. एलएन मिथिला विवि के पार्ट-थ्री के परीक्षा मूल्यांकन में विवादों में रहे समन्वयक डॉ बीके राय को प्रभारी वीसी ने स्नातक पार्ट-वन का मूल्यांकन उपनिदेशक बना दिया गया. इसके अलावा वीसी आवास में अपना ठिकाना भी बना लिया, जबकि प्रभारी वीसी नियम से वीसी आवास में नहीं रह सकते हैं.
इतना ही नहीं, शिकायत के क्रम में यह भी बताया गया है कि अपने विभाग के ही मनोज कुमार को अपना पीए बना लिया गया है, जो उनके अधिकार में नहीं है. जबकि उनके रिटायरमेंट को महज 16 दिन शेष बचे हैं. इस मामले में जब वीसी के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की काेशिश की गयी, तो उनसे संपर्क नहीं हो सका.