मुजफ्फरपुर: डय़ूक हॉस्टल के छात्र यशवंत कुमार को गुरुवार की देर शाम बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार दी. गोली यशवंत के कमर में जा कर लगी, जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया. बेहोशी की हालत में हॉस्टल के अन्य छात्र उसे इलाज के लिए एसकेएमसीएच ले गये. वहां इलाज में देरी पर छात्रों ने जम कर हंगामा किया. छात्र कुछ डॉक्टरों से भी उलझ पड़े. इसके बाद डॉक्टरों ने इसकी सूचना एसकेएमसीएच हॉस्टल में रह रहे जूनियर डॉक्टरों को दी. सूचना पाकर करीब आधा दर्जन छात्र लाठी-डंडे लेकर मौके पर पहुंचे. इसके बाद ड्य़ूक के छात्र शांत हुए. इसके बाद देर रात यशवंत का ऑपरेशन कर गोली निकाल दिया गया. फिलहाल वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, मनियारी प्रखंड के सुस्ता गांव निवासी यशवंत विगत दो वर्ष से एलएस कॉलेज के डय़ूक हॉस्टल में रह रहा था. वह इंटर का छात्र है. 15 फरवरी से उसकी परीक्षा शुरू होनी है. गुरुवार की रात्रि करीब साढ़े नौ बजे वह अपने एक अन्य साथी के साथ सब्जी मंडी से सब्जी खरीद कर हॉस्टल लौट रहा था.
कॉलेज के आर्ट ब्लॉक के समीप होंडा शाइन पर सवार दो युवक उनके समीप आये. वे दोनों कुछ समझते बाइक की पिछली सीट पर बैठे युवक ने यशवंत पर गोली चला दी, जो उसके कमर में जा कर लगी. गोली की आवाज सुन कर हॉस्टल के अन्य छात्र जब तक बाहर निकलते, बाइक सवार वहां से भागने में सफल रहे. देर शाम प्राचार्य डॉ अमरेंद्र नारायण यादव एसकेएमसीएच पहुंच कर घायल छात्र का हाल-चाल जाना.
एसकेएमसीएच परिसर में ही उन्होंने काफी देर तक हॉस्टल के अन्य छात्रों से घटना की जानकारी भी ली. मौके पर ब्रrापुरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार व अहियापुर थानाध्यक्ष सुनील शर्मा पुलिस बल के साथ मौजूद थे. इधर, घटना की सूचना पाकर विवि थानाध्यक्ष रामबालक यादव ने डय़ूक हॉस्टल में जाकर मामले की छानबीन की. हालांकि देर रात तक घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है. वैसे पुलिस हमले का कारण पुराना विवाद मान रही है.