मुजफ्फरपुर: एमआइटी हॉस्टल में सीनियर व जूनियरों के बीच हुई हिंसक झड़प में घायल छात्र प्रिंस की मौत की झूठी खबर शनिवार की शाम एमआइटी के साथ-साथ जिला एवं पुलिस प्रशासन की बेचैनी बढ़ा दी.
देखते-देखते पुलिस के वरीय अधिकारियों से लेकर शहरी इलाके के सभी थानेदार एमआइटी कैंपस पहुंच गये. कैंपस में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती कर दी. ताकि, मौत की खबर से बौखलाएं एमआइटी के छात्र किसी प्रकार की तांडव नहीं कर सके.
एसएसपी सौरभ कुमार खुद पल-पल की जानकारी लेने में जुटे रहे. हालांकि, जब पुलिस के वरीय अधिकारी व एमआइटी के प्राचार्य ने इलाजरत प्रिंस के अभिभावक से संपर्क कर स्थिति को जाना, तब पता चला कि प्रिंस की इलाज पटना के एक निजी नर्सिग होम में चल रही है. उसकी हालत में पहले से सुधार हुआ है. इसके बाद पुलिस के अधिकारी राहत की सांस ली. इधर, शनिवार को दिनभर एमआइटी के सभी हॉस्टल से छात्रों को खाली कराने का सिलसिला जारी रहा. परीक्षा देने के बाद छात्र अपना बैग लेकर घर वापस लौट रहे थे. एमआइटी के प्राचार्य का कहना है कि कैंपस में सुरक्षा बलों की तैनाती है. फिर भी वे खुद स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश में लगे है.
गौरतलब है कि गुरुवार को एमआइटी में फाइलम को लेकर दो गुटों के छात्र आपस में भिड़ गये थे. इसमें दर्जन भर से अधिक छात्र गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे. जबकि, दो दर्जन से अधिक छात्रों को चोटें आयी थी. इसके बाद पुलिस के सहयोग से एमआइटी प्रशासन ने रातों-रात दोनों हॉस्टल के छात्रों को खाली करा दिया था. वहीं दोनों गुट की ओर से 92 छात्रों के खिलाफ नामजद एफआइआर ब्रrापुरा थाने में दर्ज कराये गये है.