मुजफ्फरपुर: मीनापुर के जदयू विधायक दिनेश कुशवाहा पर नक्सलियों के हमले की योजना को नाकाम कर दिया गया है. गुरुवार की रात एएसपी अभियान राणा ब्रजेश व एएसपी पूर्वी राकेश कुमार के नेतृत्व में एसटीएफ, एसएसबी व सीतामढ़ी पुलिस के सहयोग से हथौड़ी थाना क्षेत्र के नरमा डीह गांव में पुलिस का सर्च अभियान जारी था. देर रात तक किसी के पकड़े जाने की सूचना नहीं थी.
जानकारी के अनुसार, हथौड़ी थाना क्षेत्र के नरमा डीह गांव में पूर्व पंसस सदस्य रामा साह के पिता का श्रद्ध कार्यक्रम था. श्रद्ध कार्यक्रम में मीनापुर के जदयू विधायक दिनेश कुशवाहा को भी सम्मिलित होना था. इसी बीच जिले के पुलिस के वरीय अधिकारियों को सूचना मिली कि श्रद्ध कार्यक्रम के दौरान नक्सली उन पर हमला कर सकते है. वरीय अधिकारियों को सूचना थी कि घटना को अंजाम देने के लिए नरमा व आसपास के गांव में दूसरे जिले से आये माओवादी एकत्रित हो चुके हैं.सूचना मिलते ही आनन-फानन में एहतिहात के तौर पर विधायक को कार्यक्रम स्थल पर जाने से रोक दिया गया. वहीं, शाम सात बजे के बाद एएसपी पूर्वी राकेश कुमार, एएसपी अभियान, हथौड़ी थानाध्यक्ष अवनि भूषण, सैप, एसएसबी, एसटीएफ सहित रुनीसैदपुर पुलिस के साथ चारों तरफ से गांव को घेर लिया गया. पुलिस के दो ब्रज वाहन भी गांव में मौजूद थे. छपरा चौक से नरमा डीह की पांच किलोमीटर की दूरी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. श्रद्ध कार्यक्रम व गांव जाने वाले एक-एक व्यक्ति की पुलिस तलाशी ले रही थी. पुलिस गांव में जिस-जिस घर पर शक हो रहा था, उस घर की भी तलाशी ली गयी. हालांकि इस संबंध में छापेमारी में शामिल कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं था.
एसएसपी सौरभ कुमार ने बताया कि सूचना के आधार पर एएसपी अभियान के नेतृत्व में सीतामढ़ी व मुजफ्फरपुर की संयुक्त टीम सर्च अभियान चला रही है. हालांकि उन्होंने विधायक पर नक्सली हमले की आशंका पर अनभिज्ञता जाहिर की है. कुछ वर्ष पूर्व भी माओवादियों ने एमएलए दिनेश कुशवाहा को धमकी दी थी, उसे समय विधायक राज्य सरकार के लघु सिंचाई मंत्री थे. माओवादियों के धमकी के बाद सीएम से जानमाल की सुरक्षा की गुहार भी लगायी थी. एक माह तक विधायक के नाम पर परिसदन को बुक कराया गया था. विधायक हमेशा परिसदन में ही सुरक्षा कर्मी के साथ ठहरते थे.
उस समय चर्चा यह भी थी कि विधायक पुत्र ईंट भट्टे से माओवादियों ने लेवी भी वसूली थी. जानकारी हो कि माओवादियों के भय से जिले के सभी विधायक सीएम से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाये थे. इसके बाद एडीजी एसके भारद्वाज मुजफ्फरपुर आकर परिसदन में बैठक की थी, जिसमें कई विधायक की सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश मिला था.