मुजफ्फरपुर: स्वैच्छिक अनुपालन प्रोत्साहन योजना की समाप्ति के बाद केंद्रीय उत्पाद व सेवा कर विभाग ने सेवा कर वसूली के लिए सख्त कदम उठाया है. जिले के करीब 400 व्यवसायियों, बिल्डरों, रियल स्टेट के कारोबारियों व ठेकेदारों को पिछले पांच सालों का सेवा कर चुकाने के लिए नोटिस भेजा गया है. कर वसूली के लिए मुजफ्फरपुर डिवीजन की ओर से एक विशेष सेल बनाया गया है.
इसके तहत हाजीपुर, सीवान, गोपालगंज, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण के व्यवसायियों की सूची बना ली गयी है. अब सेवा कर वसूली के लिए विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है. विभाग की ओर से मुजफ्फरपुर व हाजीपुर को रेड जोन में रखा गया है. अधिकारियों का कहना है कि इन जिलों में सेवा कर देने में व्यवसायी उदासीन हैं. डिवीजन की ओर से सभी जिलों के सेवा कर प्रभारियों को वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया है.
चुकानी होगी बकाया राशि
सेवा कर विभाग कर नहीं देने वाले व्यवसायियों से कर की 12.36 फीसदी राशि दोगुनी पेनाल्टी व 18.6 फीसदी ब्याज के साथ वसूलेगा. इसके लिए नोटिस जारी कर दिया है. विभाग ने इस बार सेवा कर के दायरे में आने वाले सभी ट्रेडों को लिया है. आयकर विभाग व सर्वेक्षण के डाटा के आधार पर रोज सैकड़ों की संख्या में नोटिस जारी किये जा रहे हैं. विभाग की ओर से कारोबारियों को 15 दिनों का समय दिया जा रहा है. 50 लाख से अधिक का सेवा कर बकाया रखने वाले कारोबारियों से वसूली नहीं होने पर विभाग उनके गिरफ्तारी वारंट भी निकल सकता है.