मुजफ्फरपुर: 2012-13 में सीएमआर के अनुरूप चावल जमा करने की आखिरी तिथि 31 दिसंबर को समाप्त हो गयी. लेकिन लक्ष्य के अनुरूप 50 प्रतिशत चावल भी मिलरों ने जमा नहीं कराया. वित्तीय वर्ष का लक्ष्य 1181 लॉट चावल था. इसके अनुरूप अब तक 520 लॉट के करीब ही चावल जमा हो सका है. डीएसओ अखिलेश कुमार ने बताया, अब बचे हुए लॉट के चावल का राशि में आकलन किया जायेगा. इसके बाद बकाया रखने वालों को राशि जमा करने के लिए कहा जायेगा. समय सीमा के भीतर राशि नहीं जमा करने पर मिलरों की संपत्ति जब्त कर वसूली की जायेगी.
बता दें कि दो दिन पूर्व ही 2011-12 का चावल बकाया रखने वाले मॉडर्न राइस मिलर के सातों पार्टनर की संपत्ति जब्त करने के लिए विभाग की ओर से उनके अचल संपत्ति का ब्योरा एसएसपी को भेजा जा चुका है. केवल मॉडर्न राइस मिल पर 21.95 करोड़ रुपये बकाया है. इसके अलावा रिपुराज एग्रो राइस मिल पर 6.21 करोड़, सरस्वती राइस मिल पर 71.95 लाख, अन्नपूर्णा राइस मिल पर 34.90 लाख का बकाया है.
डोर स्टेप डिलीवरी का हुआ टेंडर
नये साल में एक फरवरी से डोर स्टेप डिलीवरी सेवा की शुरुआत होने जा रही है. मंगलवार को इसका टेंडर हुआ. इसमें दो लोगों ने टेंडर डाला है. एसएफसी के जिला प्रबंधक त्रिलोकी सिंह ने बताया कि नये साल में डीलरों को सरकार उनके शॉप तक सामान की डिलीवरी करवायेगी. इसके लिए इसका टेंडर हुआ है. पहले डीलरों को गोदाम से खुद सामान का परिवहन शुल्क अदा करना पड़ता है, लेकिन अब इसका खर्च राज्य सरकार वहन करेगी.