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255 उर्दू शिक्षकों को मिला नियुक्ति पत्र
मुजफ्फरपुर: उर्दू शिक्षक नियाेजन के लिए मुख्यालय पर लगाये गये कैंप के पहले दिन 255 उर्दू शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला. पत्र मिलते ही उनके चेहरे पर मुस्कान दिखी. अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए जिला स्कूल में 21 काउंटर लगाये गये थे. इनमें एक काउंटर पूछताछ का था. पूरे दिन जिला स्कूल में गहमा-गहमी का […]
मुजफ्फरपुर: उर्दू शिक्षक नियाेजन के लिए मुख्यालय पर लगाये गये कैंप के पहले दिन 255 उर्दू शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला. पत्र मिलते ही उनके चेहरे पर मुस्कान दिखी. अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए जिला स्कूल में 21 काउंटर लगाये गये थे. इनमें एक काउंटर पूछताछ का था. पूरे दिन जिला स्कूल में गहमा-गहमी का माहौल रहा. देर रात तक अभ्यर्थियों की भीड़ स्कूल कैंपस में जमी रही. उर्दू शिक्षकों के नियोजन के लिए मुख्यालय स्तर पर सोमवार को कैंप लगाने का कार्यक्रम सरकार ने निर्धारित किया था. इसके बाद विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन इस बीच जिला स्कूल में अव्यवस्था पूरी तरह से हावी रही. हर तरफ से अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
बता दें कि प्रखंड के 796 व पंचायत के 442 उर्दू शिक्षकों का नियोजन विभाग को करना है. इससे पहले प्रखंड स्तर पर नियोजन का काम चल रहा था. पहली बार मुख्यालय स्तर पर नियोजन की प्रक्रिया शुरू की गयी है. इस दौरान डीपीओ नीता पांडेय सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे.
मौसम की खराबी व जिला स्कूल की लापरवाही की वजह से अधिकारियों को काफी परेशान होना पड़ा. देर शाम हो जाने की वजह से अधिकारियों ने अपने मोबाइल की रौशनी से नियुक्ति पत्रों पर साइन किये. इतना ही नहीं, इसके लिए डीइओ गणेश दत्त झा ने बकायदा जिला स्कूल के प्रधानाचार्य को फोन किया और उनकी क्लास ली. इसके बाद स्कूल के एक कर्मचारी ने रूम में एक बल्ब लगाया. तब जाकर लोगों ने रौशनी में काम शुरू किया.
मोतीपुर, कांटी व साहेबगंज नगर पंचायत के कक्षा छह से आठ में एक भी उर्दू शिक्षक काउंसलिंग कराने नहीं आये, जबकि इनके लिए अलग काउंटर बनाये गये थे. इनकी मेधा सूची विभाग ने प्रकाशित कर दी थी, लेकिन इसके बाद भी अभ्यर्थियों का दर्शन नहीं हुआ.
मुशहरी व मीनापुर प्रखंड में नियोजन की प्रक्रिया नहीं शुरू हो सकी. विभाग की लापरवाही का नतीजा यह रहा है कि मीनापुर की मेधा सूची नहीं प्रकाशित कर सका. जबकि मुशहरी में सूची जारी करने के बाद भी नियोजन की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी. मुशहरी प्रखंड के आये अभ्यर्थियों को इसकी वजह से परेशान भी होना पड़ा, जबकि इसके लिए अलग से काउंटर भी बनाये गये थे.
दरभंगा जिले के जाले निवासी शमा आजमीन ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से शिकायत करते हुए बताया कि मेधा सूची में मेरा नाम अंकित नहीं है. जबकि मैने गायघाट प्रखंड में नियोजन हेतु आवेदन जमा किया था. मेधा सूची में किसी कारण वश अंकित नहीं हो पाया है. ऐसे में नाम अंकित किया जाये.
मोतीपुर प्रखंड के उर्दू नियोजन शिक्षकों को विभाग देर शाम हो जाने की वजह से नियुक्ति पत्र नहीं दे रहा था. इसकी वजह से मोतीपुर के अभ्यर्थियों ने हो-हल्ला शुरू करते हुए डीइओ व डीपीओ स्थापना के पास पहुंच गये. इस पर विभाग के लोगों ने अभ्यर्थियों को प्रखंड मुख्यालय पर नियुक्ति पत्र देने की बात कही. काफी मान-मनौव्वल के बाद मामला शांत हुआ.
पूछने पर नहीं मिल रही थी जानकारी
पूछताछ काउंटर पर अभ्यर्थियों को किसी भी सूचना की जानकारी नहीं मिल रही थी. इसकी वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. इस बीच हल्की बूंदाबांदी उनकी मुसीबतों को और भी बढ़ा रहे थे.
देर शाम तक अभ्यर्थी मुशहरी और मीनापुर की जानकारी लेते रहे, लेकिन विभाग उन्हें सही जानकारी उपलब्ध नहीं करा पा रहा था. इसके लिए नियोजन में तैनात शिक्षकों व कर्मचारियों को जिला स्कूल की अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा.
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