मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर से हावड़ा जा रहा बारात पर समस्तीपुर के उजियारपुर में हमला हुआ है. हमला, कुछ युवकों ने किया, जिन्हें अपनी रिजर्व बोगी में बैठने से बारातियों ने मना किया था. युवकों ने दूल्हे को ट्रेन के नीचे फेक दिया. इसी बीच ट्रेन चल पड़ी, लेकिन कुछ लोगों ने उसे बाहर खीच लिया. दूल्हे के अलावा कई अन्य बारातियों को चोटें आयी. इस वजह से दलसिंहसराय स्टेशन पर ट्रेन पैंतालीस मिनट तक खड़ी रही.
बताया जाता है, मुजफ्फरपुर के भगवानपुर इलाके के रहनेवाले महेंद्र प्रसाद सिंह का बेटा दुर्गा शंकर रेलवे में सहायक स्टेशन मास्टर है. वह बंगाल के खडगपुर स्टेशन पर पदस्थापित है. दुर्गा शंकर की शादी हावड़ा से तय हुई है. उसी की बारात के लिए महेंद्र प्रसाद सिंह ने मिथिला एक्सप्रेस में एस-आठ बोगी को रिवर्ज कराया था. इसमें बारातियों के साथ दूल्हा दुर्गा शंकर भी जा रहा था.
मिथिला एक्सप्रेस जब समस्तीपुर स्टेशन पर पहुंची तो कुछ युवकों ने एस-आठ बोगी में चढ़ने की कोशिश की, लेकिन बारातियों ने मना कर दिया. इसके बाद भी युवक बोगी में जबरन घुसना चाहते थे. इसी बीच ट्रेन चल पड़ी, जिससे मामला शांत हो गया. इसके बाद जब ट्रेन उजरियारपुर स्टेशन पर
पहुंची तो युवकों ने एस-आठ बोगी के पास हंगामा करना शुरू कर दिया. इस पर दूल्हे दुर्गा शंकर ने हंगामा कर रहे युवकों को समझाने की कोशिश की. इसी दौरान दुर्गा शंकर व अन्य लोगों पर युवकों ने हमला कर दिया. वह उनके साथ मारपीट करने लगे. कुछ युवकों ने दुर्गा शंकर को पकड़ कर ट्रेन के नीचे फेक दिया. इसी बीच ट्रेन सीटी देकर चलने लगी. कुछ लोगों ने बोगी के नीचे से दुर्गा शंकर को निकाला.
ट्रेन जब दलसिंहसराय स्टेशन पहुंची तो दुर्गा शंकर को इलाज के लिए डॉ योगेंद्र महतो के क्लीनिक में भर्ती कराया गया. इसी बीच बारात में शामिल लोग चाहते थे, ट्रेन दलसिंहसराय स्टेशन पर रुकी रहे, लेकिन स्टेशन मास्टर ने नियमों का हवाला देकर ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी. इसके बाद बारातियों ने चेन पुलिंग करके लगभग पैंतालीस मिनट तक ट्रेन को रोके रखा. इसी बीच अन्य बाराती मिथिला ट्रेन से हावड़ा के लिए रवाना हो गये, जबकि दूल्हे दुर्गा शंकर का इलाज हो रहा था. उसके साथ भाई ज्योति रंज भी था, उसने बताया हम लोग इलाज के बाद काठ गोदाम एक्सप्रेस से हावड़ा जा रहे हैं. इधर, डॉक्टर का कहना था, हो सकता है दुर्गा शंकर की एक उंगली को काटना पड़े, क्योंकि उससे सबसे ज्यादा चोट है. शिकायत मिलने के बाद आरपीएफ ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इंस्पेक्टर पीके वर्णवाल को जांच का काम सौपा गया है. हालांकि इस्पेक्टर का कहना है, मामला समस्तीपुर क्षेत्र का है. इस वजह से वहां की जीआरपी को घटना की प्राथमिकी दर्ज कर दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए लिखा गया है.