मुजफ्फरपुर: माड़ीपुर ओवरब्रिज हादसे का मलबा उठा रहा क्रेन से गुरुवार को बड़ा हादसा टल गया. हुआ यूं, दिन में 11.45 बजे क्रेन से घटनास्थल के पश्चिमी छोर से मलबा हटाया जा रहा था. क्रेन की क्षमता 140 टन की है, लेकिन इसमें डेढ़ सौ टन से अधिक का लोड दे दिया गया. क्रेन सोनपुर से आया था. इससे जुड़े कर्मचारियों का कहना था, इतना भार क्रेन से नहीं उठेगा.
इस वजह से मलबे को टुकड़ों में काट कर उठाया जा सकता है, लेकिन इस काम में लगे अधिकारियों ने क्रेन कर्मियों पर दबाव डाला. इस वजह से वह मलबा उठाने लगे, लेकिन क्षमता से ज्यादा वजह होने के कारण क्रेन मलबा को ठीक से उठा नहीं सका. चार में से तीन हुक हवा में खुल गये. इसके बाद डेढ़ सौ टन से ज्यादा के मलबे के वजह एक ही हुक पर आ गया. इसके बाद मलबा हवा में झूलने लगा. एक बार वह क्रेन के ड्राइवर की केबिन के पास आकर लगा. इससे क्रेन में चालक सुभाष राय के केबिन के पास का भाग क्षतिग्रस्त हो गया. इसके बावजदू क्रेन चालक ने सूझ-बूझ का परिचय दिया और धीरे-धीरे मलबे को क्रेन के पास ही जमीन पर रख दिया.
इस तरह से बड़ा हादसा टल गया. जिस दौरान यह हो रहा था. उस समय रेलवे अधिकारी व मलबे को हटाने में लगे कर्मचारी भी सन्न रह गये. मलबे का एक टुकड़ा चालक की सीट के ऊपर केबिन पर आ गिरा था,लेकिन टकराने के बाद वह अलग हट गया. वहीं, क्रेन का पीछे का भाग क्षतिग्रस्त हो गया. मशीन खराब होने पर करीब सवा घंटे तक मलबा हटाने का काम प्रभावित हो गया. रेल अधिकारियों का कहना था, क्रेन ठीक नहीं हो पाया है.