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लेवी मांगी, तो पूर्व सांसद के पोते ने माओवादी को सुनाई खरी-खरी!

जोनल कमांडर कह कर निर्माण की एवज में मांग रहा था लेवी सरैया (मुजफ्फरपुर) : पूर्व सांसद शिवशरण सिंह के पोते संजय सिंह से माओवादियों ने लेवी की मांग की है. संजय सिंह ठेकेदारी का काम करते हैं, वो इस समय विधान पार्षद दिनेश सिंह के शुभम कंट्रक्शन में पेटी कांट्रेक्टर का काम कर रहे […]

जोनल कमांडर कह कर निर्माण की एवज में मांग रहा था लेवी
सरैया (मुजफ्फरपुर) : पूर्व सांसद शिवशरण सिंह के पोते संजय सिंह से माओवादियों ने लेवी की मांग की है. संजय सिंह ठेकेदारी का काम करते हैं, वो इस समय विधान पार्षद दिनेश सिंह के शुभम कंट्रक्शन में पेटी कांट्रेक्टर का काम कर रहे हैं और खैरा से रामपुर हरीकदम चौक तक सड़क बनवा रहे हैं. उनसे माओवादी जोलन कमांडर के नाम पर लेवी मांगी गयी.
संजय सिंह मुखिया पति हैं.
उनकी पत्नी शर्मिला देवी दातापुर पंचभिड़वा गांव की मुखिया हैं. संजय सिंह ने सरैया थाने में लिखित आवेदन दिया, जिसमें उन्होंने मदन पासवान नाम के माओवादी का जिक्र किया है, जो हाल में ही जेल से छूट कर आया है. इसके साथ संजय ने वो लगभग पांच मिनट की रिकार्डिग भी सौपी है, जिसमें उनकी मदन से बात हुई है.
मदन ने स्पष्ट तौर पर आर्थिक सहयोग देने की बात कही. इसके बाद दोनों के बीच बहस हुई और अंत में जब संजय ने कहा कि तुम्हारी सारी बात रिकार्ड कर ली गयी है, तो मदन की ओर से कहा गया कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो.
इधर, संजय सिंह ने कहा कि वो किसी को लेवी नहीं देते हैं, लेकिन फोन करनेवाले का कहना था कि अगर लेवी नहीं दी, तो लड़ने के लिए तैयारी रहो. पुलिस में जो आवेदन संजय ने दिया है, उसमें बताया है कि वो बसदपुर निवासी अमित कुमार के साथ मिलकर सड़क निर्माण का काम कर रहे हैं.
शुक्रवार की सुबह करीब दस बजे प्लसर मोटरसाइकिल से दो व्यक्ति सड़क निर्माण स्थल पर पहुंचे. ढलाई कर रहे लेबर से पूछा कि रोड का ठेकेदार कौन है. उनसे मोबाइल नंबर की मांग की. मजदूरों ने मोबाइल नंबर नहीं होने की बात कही. इसके बाद वह चले गये.
संजय ने लिखा है कि इसके बाद के समय उनके मोबाइल पर फोन आया, तो सामने वाले ने खुद को माओवादी का जोनल कमांडर बोल रहा हूं. अगर सड़क का काम करना है तो, लेवी देनी ही पड़ेगी. पुलिस से संजय ने अपने व अपने भाई शैलेंद्र कुमार सिंह की सुरक्षा की गुहार लगायी है.
अर्थ नहीं देते हैं, तो तैयार हो जाइये लड़ने के लिए
मुखिया पति : हैलो, हैलो, हां बोला जाये
जोनल कमांडर : बोल रहा हूं कि मुखिया जी बोल रहे हैं.
मुखिया पति : जी, बोल रहे है बोलिये ना, हा आवाज कट रहा है भईया, हैलो, हैलो
जोनल कमांडर : हैलो
मुखिया पति : हां
जोनल कमांडर : मुखिया जी बोल रहे है, बोलिये ना
मुखिया पति : हां
जोनल कमांडर : बोल रह है कि कौन पंचायत से बोल रहे हैं
मुखिया पति : का बात है बोलिये ना?
जोनल कमांडर : हरही पर ढ़लाई हो रहा है. माने आपका काम हो रहा है.
मुखिया पति : हां
जोनल कमांडर : हम भारत की कम्युनिस्ट पार्टी भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर बोल रहे हैं.
मुखिया पति : अच्छा तो बोला जाये, हैलो, हां बोलिये ना भइया.
जोनल कमांडर : आपको सहयोग करना होगा. इ जो काम करा रहे हैं.
मुखिया पति : हैलो हां क्या बोल रहे हैं? क्या सहयोग करना होगा?
जोनल कमांडर : अर्थ से सहयोग करना पड़ेगा?
मुखिया पति : अच्छा, नहीं करने पर
जोनल कमांडर : तो लड़ने के लिए हमसे तैयार हो जाना पड़ेगा.
मुखिया पति : त ये भईया हम तो किसी को रंगदारी नहीं देते हैं.
जोनल कमांडर : न देते हैं, तो तैयार हो जाइये लड़ने के लिए.
मुखिया पति : ठीक है, तो आप कहां से बोल रहे हैं, सो न बताइये.
जोनल कमांडर: कहां से बोल रहे हैं.
मुखिया पति : हूं
जोनल कमांडर: जमीन पर से बोल रहे हैं और कहां से.
मुखिया पति : जमीन पर से बोल रहे हैं, तो आखिर जगह का नाम तो होगा न. और ये तो काम है सुनिये ना शिवम कंस्ट्रक्शन का काम है.
जोनल कमांडर : हां..हां
मुखिया पति : दिनेश सिंह है जो मुजफ्फरपुर के, जिला के उपाध्यक्ष और एमएलसी. यह तो उनका काम है
जोनल कमांडर: हूं हूं, हम जानते हैं.
मुखिया पति : फिर हमसे आप डिमांड कर रहे हैं. पैसा का कि आप पैसा दे दीजिये?
जोनल कमांडर : आप जिस वजर्न से बोल रहे कि नहीं देने पर. तो आप पार्टी से लड़ने के लिए तैयार हो जाइये.
मुखिया पति : ये महाराज तो हम लड़ने के लिए काम कर रहे हैं.
जोनल कमांडर : तो फिर आप हमसे इस वजर्न से क्यों बोले?
मुखिया पति : है देखिये, अरे हमारा ठेकेदारी थोड़े ही है, हम तो उसमें वर्क करा रहे हैं?
जोनल कमांडर : तो आपको बोलना चाहिए न कि हम लेबर, कांटैक्टर हैं.
मुखिया पति : हां हां वहीं समङिाये हमलोग लेबर कांट्रैक्टर हैं और वर्क को जाकर कराते हैं, तो उसमें भी दस रुपये आ जाता है. मान लीजिये आपको जो सेवा लेना है तो कॉस्ट्रक्शन वाले को जाकर बोलिये शुभम वाले को.
जोनल कमांडर : तो आप पहले बोले कि नहीं देने पर क्या हो जायेगा?
मुखिया पति : हां तो क्या हो जायेगा उससे, जो देने वाला होगा वह न देगा.
जोनल कमांडर : आप नहीं लिये हैं, तो काम बंद कीजिये. कांस्ट्रक्शन वाला देगा.
मुखिया पति : अच्छा तो अइसन माओवादी में कोई पैदा ही नहीं लेले है कि काम बंद करा दे.
जोनल कमांडर : अच्छा, ऐसा बात है.
मुखिया पति : हां
जोनल कमांडर : तो आप कराइये अगर माओवादी को ताकत होगा तो बंद करा देगा, नहीं तो आपको ताकत होगा तो आप काम करा लीजियेगा.
मुखिया पति : हां ठीक
जोनल कमांडर : ठीक.
मुखिया पति : हां, हां ऐ सुनिये न आपका पूरा डिटेल न मैं जानता हूं, हिस्ट्री, बात समझे, हैलो , हैलो, हैलो, हैलो
जोनल कमांडर : सुन रहे हैं. आपको यह वजर्न बोलना है. जो कि बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा देगा.
मुखिया पति : ये कुछो न होगा ये बाबू कुछ न होगा समझे.
जोनल कमांडर : ठीक है तो आप इसी ताकत पर अड़ जाइये
मुखिया पति : तोरा अइसन बहुत के देखली समझल, तू रंगदारी मांग रहा है हमसे सामने आकर दिखाओ तो. कहां मिलोगे सो बताओ न हम वहीं पहुंच जाते हैं अभी?
जोनल कमांडर : मिल लिया जायेगा समय आयेगा तो मिल लेंगे.
मुखिया पति : तोरा अइसन माओवादी के …
जोनल कमांडर : अच्छा, अच्छा
मुखिया पति : माओवादी हय, तू हमारा नाम जानता है कि हम कौन आदमी बोल रहे है रे
जोनल कमांडर : तू कौन आदमी है हमको उससे मतलब नहीं है.
मुखिया पति : .. चार दिन पहले तू .. जेल से छूट के आया है. सब न मालूम है तुम्हारा हिस्ट्री. मैं एक मिनट में पता कर लिया हूं. हमसे रंगदारी बतिआता है रे. तुमको तो हम एक मिनट में पहचान गये हैं. रे
जोनल कमांडर : रे.. तू पहचानता है.
मुखिया पति : तू कथी है कलक्टर है, जो तुमको हम पहचानेंगे.
जोनल कमांडर : … तुमको हम छलनी-छलनी कर देंगे. तुमको अभी पता नहीं है. ठीक ना
मुखिया पति : अच्छा-अच्छा … तुम्हारा रिकॉर्ड होकर फोन सब कोई सुन रहा है समझ गया
जोनल कमांडर : ठीक है तो उससे कोई दिक्कत नहीं है.
मुखिया पति : रख फोन तो तू
जोनल कमांडर : ठीक ठीक.
( ये वो रिकार्डिग है, जिसे संजय सिंह ने पुलिस को जांच के लिए सौपी है.)

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