मुजफ्फरपुर: उत्तर रक्षा गृह में गुड़िया (काल्पनिक नाम,16 साल) हवस का शिकार बनी है. वार्डन के सहयोग से जीरोमाइल निवासी इंद्रजीत ने उसके साथ तीन बार रेप किया. मुंह खोलने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गयी. वार्डन व इंद्रजीत की ओर से धमकी मिलने पर वह 28 सितंबर को रक्षा गृह से फरार हो गयी थी. गुड़िया तीन माह की गर्भवती है. एडीएम धनंजय ठाकुर के निर्देश पर बुधवार की शाम एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार मझौलिया स्थित चाइल्ड लाइन में रह रही पीड़िता का बयान लिया.
इसके साथ ही गोबरसही के पास उत्तर रक्षा गृह में जाकर वहां रह रही 11 युवतियों से गोपनीय तरीके से पूछताछ की गयी. एसडीओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट डीएम के समक्ष पेश की जायेगी. डीएम के निर्देश पर आगे कार्रवाई की जायेगी. देर रात तक इस मामले में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी थी. खगड़िया की है गुड़िया : पीड़ित गुड़िया मूल रूप से खगड़िया जिले की रहने वाली है. उसके माता-पिता दिल्ली के शाहदरा इलाके में रहते हैं. परिजनों के मारपीट करने पर वह भाग कर मुजफ्फरपुर आ गयी थी.
करीब डेढ़ साल से वह उत्तर रक्षा गृह में रह रही थी. उसकी शादी जीरोमाइल के रहने वाले युवक इंद्रजीत के साथ तय की गयी थी. लेकिन उसने शादी से इनकार कर दिया. उसके इनकार के बाद इंद्रजीत वार्डन के सहयोग से उत्तर रक्षा गृह आकर
उससे मिलता था. इसी क्रम में उसने तीन बार उसके साथ जबरदस्ती की. धमकी के बाद वह दरभंगा भाग गयी थी.
बाल कल्याण समिति के निर्देश पर उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया था.
घेरे में उत्तर रक्षा गृह की वार्डन : पीड़िता का बयान आने के बाद वार्डन ममता घेरे में आ गयी है. देर शाम जब एसडीओ पूर्वी उत्तर रक्षा गृह पहुंचे, तो वह फरार थी. हालांकि गुड़िया पूछताछ के क्रम में सरिता का नाम ले रही है. बताया जाता है कि रक्षा गृह में तैनात गृहरक्षक की भी संलिप्तता सामने आयी है. 28 सितंबर को गुड़िया व एक अन्य लड़की रक्षा गृह की चाहरदीवारी फांद कर भागी थी. 29 सितंबर को दरभंगा स्टेशन पर जीआरपी ने दोनों को पकड़ लिया. दोनों को दरभंगा चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया. मेडिकल जांच के दौरान गुड़िया को छोड़ दूसरी युवती भाग निकली. जिला बाल कल्याण समिति के आदेश पर उसे मुजफ्फरपुर लाया गया.
अब तक क्यों दर्ज नहीं हुई प्राथमिकी : 30 अक्तूबर को बाल कल्याण समिति के समक्ष गुड़िया को पेश किया गया था. बयान दर्ज करने के बाद उसे चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया.
चाइल्ड लाइन की संचालिका रंभा सिंह ने गुड़िया का मेडिकल जांच कराया. जांच रिपोर्ट एक नवंबर को ही समिति के पास आ गयी थी. जांच में पुष्टि हो गयी थी कि गुड़िया तीन माह की गर्भवती है. इसके बाद भी कल्याण समिति की ओर से प्राथमिकी की अनुशंसा नहीं की गयी. उत्तर रक्षा गृह में रेप जैसे संवेदनशील मामले को भी दबा कर रखा गया. इस संबंध में जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष संजय भाई उत्तर रक्षा गृह में रह रहे सभी पुरुषों का डीएनए टेस्ट करवाने के बाद आगे की कार्रवाई की बात कह रहे हैं. हालांकि, यह भी बताया जा रहा है कि गुड़िया का बार-बार बयान भी बदल रहा है.