कुढ़नी: कुढ़नी प्रखंड उत्क्रमित मध्य विद्यालय माधोपुर कपूर के प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र प्रकाश पर पांचवीं कक्षा की छात्रा से छेड़खानी करने का आरोप लगा है. इसको लेकर मंगलवार को परिजन व ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में जमकर हंगामा किया. सुबह लाठी-डंडे व झाड़ू लेकर विद्यालय पहुंचे और आरोपित प्रधानाध्यापक की जमकर धुनाई कर दी. कुछ लोगों […]
कुढ़नी: कुढ़नी प्रखंड उत्क्रमित मध्य विद्यालय माधोपुर कपूर के प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र प्रकाश पर पांचवीं कक्षा की छात्रा से छेड़खानी करने का आरोप लगा है. इसको लेकर मंगलवार को परिजन व ग्रामीणों ने स्कूल परिसर में जमकर हंगामा किया. सुबह लाठी-डंडे व झाड़ू लेकर विद्यालय पहुंचे और आरोपित प्रधानाध्यापक की जमकर धुनाई कर दी. कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर प्रधानाध्यापक को कमरे में बंद कर दिया, जिससे प्रधानाध्यापक की जान बच गयी. इसके बाद आक्रोशित महिलाओं ने आरोपित को जूते-चप्पल की माला पहनाने को लेकर चार घंटे तक हंगामा-प्रदर्शन किया. पीड़ित छात्रा के परिजन व ग्रामीण आरोपित प्रधानाध्यापक के निलंबन व जेल भेजने की मांग कर रहे थे. गुस्साए ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक की बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
ग्रामीणों की सूचना पर बीइओ सत्यनारायण राय, सीओ नीरज कुमार, कुढ़नी थानाध्यक्ष रमण कुमार, फकुली ओपी प्रभारी अमान अशरफ पुलिस बल के साथ विद्यालय पहुंचे. अधिकारियों ने मामले की छानबीन की. अधिकारियों द्वारा आरोपित के निलंबन व जेल भेजने की कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए. विद्यालय परिसर में ही अधिकारियों के समक्ष पीड़ित छात्रा के पिता ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज करायी. इसके बाद पुलिस ने आरोपित प्रधानाध्यापक को इलाज के लिए पीएचसी में भरती कराया.
थानाध्यक्ष रमण कुमार ने बताया कि जख्मी प्रधानाध्यापक को पीएचसी में भरती कराया गया, जहां से उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. प्रधानाध्यापक को इलाज के लिए पुलिस अभिरक्षा में सदर अस्पताल भेजा गया है.
इधर, आरोपित प्रधानाध्यापक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि घटना सोमवार की है, अगर इस मामले में मेरी संलिप्तता होती, तो मैं मंगलवार को विद्यालय नहीं जाता. प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र प्रकाश (59 वर्ष) सदर थाना के खबड़ा निवासी हैं.
प्रधानाध्यापक ने छात्रा को दी थी धमकी
घटना के संबंध में बताया गया है कि सोमवार को छुट्टी होने के बाद अधिकांश बच्चे स्कूल से जा चुके थे. प्रधानाध्यापक विद्यालय के बरामदे में बैठे थे. कार्यालय बंद करने के लिए छात्रा को कार्यालय से चाबी का गुच्छा लाने को कहा. छात्रा के कार्यालय में जाने के बाद प्रधानाध्यापक भी कार्यालय में पहुंच गये और उसे अंदर से बंद कर लिया. इसके बाद कथित रूप से छात्रा के साथ छेड़खानी करने लगे. छात्रा के विरोध करने पर उसकी पिटाई की तथा घटना के बारे में परिजनों को बताने पर पिटाई करने की धमकी दी. इसके बाद पीड़ित छात्रा रोते हुए घर पहुंची और घटना की जानकारी अपने माता-पिता को दी. इस घटना से ग्रामीण आक्रोशित हो गये और मंगलवार को स्कूल पहुंचते ही एचएम पर टूट पड़े.