मुजफ्फरपुर: शहर के सजर्नों ने शुक्रवार को लेप्रोस्कोपिक विधि से ऑपरेशन का गुर सीखा. शहर के कई सजर्न इस विधि से परिचित हुए. मौका था बिहार चेप्टर ऑफ एसोसिएशन ऑफ सजर्न ऑफ इंडिया (बेसिकॉन) के 33वें सेमिनार का.
सेमिनार के पहले दिन का उद्घाटन एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से स्थानीय सजर्नों को बहुत कुछ सीखने का मौका मिलेगा. बाहर से आये डॉक्टर ऑपरेशन की नई तकनीक के अलावा अपने अनुभवों को भी शेयर करेंगे, जिसका लाभ यहां के डॉक्टर व मरीजों को मिलेगा.
इसके बाद चेन्नई से आये सजर्न डॉ जेएस राजकुमार, डॉ आम तांतिया, डॉ एसपुता पुतांबेकर व डॉ पंकज जोशी ने प्रयोगिक कार्यशाला के तहत मरीजों का लेप्रोस्कोपिक सजर्री किया. प्रोजेक्टर के माध्यम से कान्फ्रेंस हॉल में सजर्री का लाइव प्रसारण किया गया. ऑपरेशन थियेटर में मौजूद विशेषज्ञ ऑपरेशन के साथ नयी तकनीक के बारे में बता भी रहे थे. मौके पर आसपास के जिलों से आये करीब दो सौ डॉक्टरों ने ऑपरेशन की आधुनिक तकनीक को देखा. प्रायोगिक कार्यशाला में ऑपरेशन थियेटर का संयोजन डॉ संतोष शाही, डॉ बीएन शर्मा, डॉ सुशांत कुमार व डॉ शैलेश कर रहे थे. जबकि प्रबंधन में डॉ नवनीत सिन्हा व मनीष मंडल का योगदान रहा. ऑपरेशन का प्रबंधन डॉ भारतेंदु कर रहे थे. दोपहर में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ डीके सिन्हा ने विभिन्न दवा कंपनियों की ओर से लगाये गये स्टॉल का उद्घाटन किया.
वरीय सजर्नों ने दी लेप्रोस्कोपिक विधि की जानकारी : लाइव कार्यशाला के बाद प्रो वीएन सिंह मेमोरियल ओरियेंटेशन के तहत वरीय सजर्नों ने लेप्रोस्कोपिक विधि से ऑपरेशन पर व्याख्यान दिया. कोलकाता के आइएलएस हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर व वरीय लेप्रोस्कोपिक सजर्न डॉ ओम तांतिया ने लेप्रोस्कोपिक सजर्री के 20 वर्षो के इतिहास पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि इस विधि से ऑपरेशन सुरक्षित व सफल है. मरीजों को लंबे समय तक हॉस्पिटल में नहीं रहना पड़ता है. एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने कहा कि इस विधि से यहां तीन वर्ष पहले से ही सजर्री हो रही है. इसके अलावा इंडोस्कोपिक व यूरोलॉजी का ऑपरेशन भी हो रहा है. हमारे कई चिकित्सक इस विधि से ऑपरेशन करने में दक्ष हैं. अन्य सजर्न को भी इस विधि से ऑपरेशन की तकनीक सीखनी चाहिए. इसके बाद पूणो से आये डॉ पंकज जोशी ने मूत्र की नली संकरा होने पर नली बड़ा करने की विधि यूरेथ्रोप्लास्टी ऑपरेशन पर विस्तार से चर्चा की.