मुजफ्फरपुर: शहर में जिस समय एसएसपी, एसडीओ व डीएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी ट्रैफिक की मॉनिटरिंग में जुटे थे, उसी समय काजी मोहम्मदपुर थाने में तैनात दारोगा गंगा दयाल व उनकी टीम वसूली में लगी थी. गंगा दयाल की ड्यूटी गश्ती दल के साथ थी, जिसने स्पीकर चौक के पास दिन में लगभग एक बजे दो आलू लदे टाटा-407 पकड़े.
यह दोनों गाड़ियां नो-इंट्री में आ रही थी. इस वजह से दारोगा जी ने उन्हें रोकवाया. उन्होंने दोनों ट्रकों में एक-एक होमगार्ड के जवान को बैठा दिया. दोनों गाड़ियों को एलएस कॉलेज कैंपस में लाने को कहा. कुछ ही देर में दोनों गाड़ियां एलएस कॉलेज कैंपस में थीं. इसके बाद मोल-तोल का सिलसिला शुरू हुआ. दारोगा जी भी जिप्सी के साथ कैंपस में पहुंचे.
दोनों गाड़ियों के चालक को तलब किया. जिप्सी में बैठे ही दारोगा जी बात करने लगे. लगभग बीस से पच्चीस मिनट तक बात हुई. दारोगा जी की मांग अधिक थी, लेकिन टाटा-407 के चालकों ने कहा, वह एक-एक हजार से ज्यादा नहीं दे सकते हैं.
कुछ देर तक दारोगा जी सोचते रहे. फिर दोनों को वापस ट्रक में जाने को कह दिया. इनके पीछे दो होमगार्ड के जवान भी ट्रक में पहुंच गये, जिन्होंने दोनों चालकों से एक-एक हजार रुपये ले लिये यानी दारोगा जी ने घूस के रुपये खुद नहीं लिये, बल्कि ड्यूटी में साथ तैनात होमगार्ड के जवानों से रिश्वत मंगवायी. इसके बाद दोनों ट्रकों को मझौलिया रोड के रास्ते एनएच-28 की ओर जाने दिया गया. रास्ते में जब इस संवाददाता ने ट्रक चालकों से पूछा तो दिलीप व रंजन नाम के दोनों चालकों ने एक-एक हजार रुपये देने की पुष्टि की.