मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है. जांच के लिए पटना जा रही स्नातक पार्ट वन की कॉपियों को रास्ते से वापस मंगा लिया गया. ऐसा माना जा रहा है, कॉपी जांच में धांधली किये जाने की आशंका को लेकर यह कदम उठाया गया. हालांकि इस मामले की विवि के अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहे हैं, लेकिन एक उच्च पदाधिकारी ने कहा, मामला तो है. हम इसे आधिकारिक रूप से नहीं बता सकते हैं. हमारी कुछ मजबूरियां हैं.
जानकारी के मुताबिक, एक अक्तूबर को शाम लगभग सात बजे के आसपास स्टोर रूम से पिकअप वैन पर कॉपियों को लादा गया. यह कॉपियां स्नातक पार्ट-वन की थी. इनके साथ विवि के परीक्षा विभाग का एक कर्मचारी भी था.
वह पिकअप के साथ पटना जा रहा था. पिकअप तुर्की के आसपास पहुंचा था, तभी विवि के परीक्षा नियंत्रक ने विवि कर्मी को फोन किया और कॉपी वापस लाने को कहा. इस दौरान उन्होंने कर्मचारी से कहा, यह कुलपति महोदय का निर्देश है. इस बात की पुष्टि खुद परीक्षा नियंत्रक नहीं कर रहे हैं, लेकिन सीनेटर हरेंद्र कुमार का कहना है, परीक्षा नियंत्रक ने इसके बारे में उन्हें बताया था.
कॉपियों को एक अक्तूबर की रात ही वापस उतार कर फिर से स्टोर रूम में रख दिया गया. विवि में इस बात की चर्चा है, एक अक्तूबर को कुलपति डॉ रवि वर्मा पटना में थे. वह राजभवन गये थे. इसी दौरान पटना के कुछ वरिष्ठ शिक्षकों की कुलपति से बात हुई, जिसमें यह बात सामने आयी थी, विवि की कॉपियों में जांच के नाम पर धांधली हो सकती है. इसी के बाद कुलपति ने कॉपी भेजे जाने का फैसला बदला. इधर, विवि सूत्रों के अनुसार विवि प्रशासन ने इस बार स्नातक पार्ट वन की कॉपियां जांच के लिए पटना कॉमर्स कॉलेज के एक शिक्षक के यहां भेजने का निर्णय लिया था.