मुजफ्फरपुर : जेनेरेटर के सहारे बिजली विभाग को चूना लगाया जा रहा है. बिजली चोरी के खेल में विभाग के कर्मचारी से लेकर कुछ वार्ड पार्षद के मिलीभगत की बात सामने आयी है. बिजली चोरी का खेल शहर के प्रमुख इलाके बैंक रोड, सुतापट्टी, मोतीझील, दीवान रोड सरैयागंज व पंकज मार्केट, ब्रह्मपुरा, लक्ष्मी चौक जूरन छपरा में चलता है.
बिजली चोरी के संबंध में मिली गोपनीय सूचना के आधार पर डीएम अनुपम कुमार ने चार वरीय उपसमाहर्ता की टीम बना कर छापेमारी करने का निर्देश दिया है.
अलग–अलग इलाके के लिए बनी टीम का नेतृत्व वरीय उपसमाहर्ता पुरुषोत्तम पासवान, इफ्तेखार ,कमरुज्जमां एवं आदित्य झा करेंगे. इन सभी पदाधिकारी को धावा दल के साथ जेनेरेटर संचालकों के यहां छापेमारी करना है. हालांकि, यह निर्देश कुछ दिन पूर्व निर्गत किया था, लेकिन पुलिस के सहयोग नहीं मिलने से मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ हैं.
ऐसे होती है बिजली चोरी : जेनेरेटर संचालक दुकान व आवासीय परिसर में दिये लाइन (वायर)के जरिये बिजली चोरी कराते हैं. कनेक्शन नहीं लेने वाले लोग जेनेरेटर संचालक से रकम तय कर बिजली व जेनेरेटर की सुविधा साथ–साथ ले लेते हैं. इसके बदले में विभाग के लाइन मैन एवं अन्य पदाधिकारी को महीना में मोटी रकम दी जाती है. दूसरे फीडर से बिजली चोरी की जाती है. जेनेरेटर संचालक एक साथ दो–दो फीडर का कनेक्शन रखते हैं. एक लाइन बंद होने पर जेनेरेटर चालू करने के बदले दूसरे फीडर से बिजली आपूर्ति शुरू कर देते हैं.