मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में कॉपी खरीद से संबंधित अनुबंध की मूल कॉपी को लेकर पूर्व कुलसचिव डॉ एपी मिश्र व परीक्षा नियंत्रक (सीइ) डॉ अरुण कुमार सिंह आमने सामने थे. एक तरफ कुलसचिव कार्यालय मूल संचिका परीक्षा नियंत्रक व स्थापना के पास होने की बात कह रही थी, वहीं परीक्षा नियंत्रक मूल संचिका अपने पास होने से साफ इनकार कर रहे हैं.
यह खुलासा विवि की ओर से गठित पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में की है. इसे बीबी लाल कमेटी ने गंभीरता से लेते हुए इस पर कड़ी टिप्पणी की है. उसका कहना है कि विवि अधिकारियों में सामंजस्य का अभाव है. इस संबंध में कमेटी ने वीसी से सवाल भी पूछे हैं. साथ ही अनुबंध से संबंधित कौन सी संचिका विवि में उपलब्ध है और कौन सी नहीं, इसकी भी जानकारी मांगी है. जवाब गुरुवार तक कमेटी को भेजना हैं.
विवि की कमेटी ने उठाये थे सवाल
गत एक मई को छुट्टी के बावजूद कुलपति डॉ रवि वर्मा के नेतृत्व में पर्चेज कमेटी की बैठक बुलायी गयी. इसमें अनुबंध में गड़बड़ी की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया. इसके समन्वयक पूर्व कुलानुशासक डॉ एके श्रीवास्तव बनाये गये. कमेटी ने 15 मई को अपनी रिपोर्ट विवि को सौंपी, जिसे बाद में राजभवन भेज दिया गया.
इसमें बताया गया है कि कमेटी ने जब तत्कालीन कुलसचिव डॉ एपी मिश्र से अनुबंध से संबंधित दस्तावेज की मांग की तो उन्होंने यह परीक्षा नियंत्रक व स्थापना में होने की बात कही. पर जब कमेटी ने परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह से इस संबंध में पूछताछ की तो उन्होंने अनुबंध की मूल कॉपी खुद के पास होने अथवा अनुबंध के लिए किसी भी तरह का प्रस्ताव बढ़ाये जाने से इनकार कर दिया. विदित हो कि मामले की निगरानी जांच के दौरान एसपी परवेज अख्तर ने जब विवि से अनुबंध की मूल कॉपी मांगी, तो यह गायब थी.