मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई कर रहे छात्र असमंजस की स्थिति में पड़े हैं. नामांकन के वक्त विश्वविद्यालय की ओर से कोर्स शुल्क पचास हजार रुपये बताया गया था, लेकिन अब छात्रों से 70 हजार रुपये जमा करने को कहा जा रहा है.
विवि के इस फैसला से नाखुश सत्र 2012-14 के दर्जन भर छात्र शुक्रवार को कुलसचिव डॉ विवेकानंद शुक्ला से मिले. छात्रों का आरोप है कि वे लोग द्वितीय सेमेस्टर पास कर तृतीय सेमेस्टर में प्रवेश किये हैं. उनलोगों का नामांकन वर्ष-2012 में हुआ था, जबकि कोर्स शुल्क बढ़ाने से संबंधित फैसला वर्ष-2013 में लिया गया है. विवि का नया नियम नये सत्र में नामांकन लेने वाले छात्रों पर लागू होगा, लेकिन कोर्स समन्वयक व निदेशक द्वारा यह फैसला पुराने सत्र के छात्रों पर भी लागू किया जा रहा है.
निदेशक तीस हजार रुपये जमा करने को कह रहे हैं. जबकि, पुराने फैसला के तहत उन लोगों को दस हजार रुपया ही जमा करना है. कुलसचिव ने कोर्स के निदेशक से बातचीत कर अगले सप्ताह में पुन: छात्रों को बुलाया है. इधर, छात्रों का कहना है कि उनकी मांग पर विवि यदि सही फैसला नहीं लेता है, तो वे लोग फिर इसके खिलाफ विवि में उग्र प्रदर्शन करेंगे.