मुजफ्फरपुर: अगले दो सप्ताह तक जिले में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए युद्ध स्तर पर प्रशासनिक तैयारी प्रारंभ कर दी गयी है. राहत कार्य चलाने के लिए अहियापुर स्थित बाजार समिति प्रांगण को मेगा बेस कैंप बनाने की तैयारी चल रही है. बाजार समिति से पूरे उत्तर बिहार में राहत कार्य चलाने की योजना है. इसके लिए प्रांगण में ही हेलीकॉप्टर लैंड कराने के लिए दो हैलीपैड का भी निर्माण किया जायेगा. आपदा विभाग के प्रधान सचिव के शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिये गये निर्देश के बाद बाढ़ आपदा से निबटने के लिए प्रशासनिक अमला मुकम्मल तैयारी में जुट गयी है.
इधर, डीएम अनुपम कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर भारी बारिश व बाढ़ की स्थिति निबटने के लिए कई दिशा-निर्देश दिये हैं. एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के तीन बटालियन को छपरा से बुलाया जा रहा है. रात में नाव परिचालन पर सख्ती से रोक लगा दी गयी है.
निजी नाव को रिजर्व में रखने को कहा गया है. डीएम श्री कुमार ने बताया कि मौसम विभाग के भारी बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर निचले इलाके में रहने वाले लोगों को पानी बढ़ने के साथ ही ऊंचे स्थान पर चले जाने को कहा गया है. बाढ़ आपदाग्रस्त लोगों को भोजन आदि के लिए मिड डे मील व आंगनबाड़ी केंद्रों को जिम्मेवारी दी जायेगी. राहत कैंप में ही मिड डे मील व आंगनबाड़ी केंद्र को शिफ्ट किया जायेगा. इस दौरान बाजार समिति का लिया गया जायजा लिया गया. बेस कैंप बनाने के लिए शनिवार दोपहर को बाजार समिति का निरीक्षण किया गया. आपदा अपर समाहर्ता भानु प्रताप सिंह, एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार एवं आपदा प्रबंधन के वरीय उपसमाहर्ता कमरूजमां ने स्थल का निरीक्षण किया. बाजार समिति में राहत सामग्री पैकिंग व डिस्पैच के लिये स्थलों को चयनित किया गया.
अनाज का भंडारण
जिले में राहत कार्य चलाने के लिए एसएफसी के गोदाम में 60 हजार क्विंटल अनाज का भंडारण करने को कहा गया है. इसी तरह स्वास्थ्य सेवा के लिए मोबाइल मेडिकल टीम की व्यवस्था रहेगी.