मुजफ्फरपुर: ब्रेक डाउन के कारण आठ घंटे से अधिक समय तक रात में बिजली आपूर्ति बाधित होने पर अभियंताओं से जवाब-तलब किया जायेगा. फॉल्ट आने पर अभियंता टीम बना कर उसे अविलंब दुरुस्त करायें. जानकारी मिल रही है कि रात्रि में फॉल्ट होने पर ठीक करने का प्रयास नहीं किया जाता है. इससे उपभोक्ताओं को परेशानी होती है. यह निर्देश मंगलवार को जिलाधिकारी अनुपम कुमार ने बिजली विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिया. उन्होंने ट्रांसफॉर्मर जलने पर लोगों को बिजली-पानी की समस्या से जूझना नहीं पड़े, इसके लिए शहरी में छह एवं ग्रामीण क्षेत्र में 12 घंटे के अंदर ट्रांसफॉर्मर बदलने का निर्देश दिया.
प्रखंडों में लगेगा कैंप
मीटर बिलिंग पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अभी इसमें सुधार नहीं हो रहा है. पूर्वी क्षेत्र में 9 हजार से अधिक उपभोक्ता को बिल नहीं मिल रहा है. बिजली कनेक्शन के लिए भी लोगों को कार्यालय का दौड़ लगाना पड़ता है. इसके बाद भी कनेक्शन नहीं मिल पाती है. कनेक्शन मिलने के बाद मीटर लगाने में परेशानी होती है. यही स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में है. इसके लिए सभी प्रखंडों में कैंप लगा कर कनेक्शन देने एवं बिल संग्रह करें. वहीं अक्तूबर महीने में शत प्रतिशत मीटरिंग करने का निर्देश दिया गया है. बैठक में विद्युत अधीक्षण अभियंता राजेंद्र पांडेय सहित अन्य अभियंता उपस्थित थे.
गलत बिलिंग पर लगे रोक
गलत बिलिंग को लेकर लगातार मिल रही शिकायत पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने कहा कि इस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए. मीटर से गड़बड़ी की बात भी सामने आ रही है. इसकी भी जांच होनी चाहिए. इसके साथ ही बिल बनाने एवं मीटर रीडिंग करने वाली एजेंसी पर भी सख्ती बरतने को कहा गया है. उपभोक्ताओं को हर महीने समय पर बिल मिले, इसके लिए कार्यपालक अभियंता को मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी दी गयी है.