मीनापुर: रघई पंचायत की मुखिया लालपरी देवी के घर में डकैती से पहले बिजली का कटना व लूटपाट के बाद डकैतों के लौटने के बाद बिजली का ऊर्जान्वित होना चौका देता है. यह रघई गांव के लिए नयी घटना नहीं है. दो माह पूर्व बंतीलाल साह की हत्या में भी इसी नाटक को दुहराया गया था. इस से पहले भी मुखिया के घर में लाखों रु पये लूट लिये गये थे. उसमें भी बिजली ने खलनायक की भूमिका निभायी थी. ग्रामीणों की माने तो फुलविरया घाट पर डकैती की रणनीति बनाने के बाद बाइक सवार युवक बनघारा पावर सब स्टेशन पहुंचा था.
डकैती शुरू होते ही पूरे इलाके की बिजली कट गयी. डकैती खत्म होने के बाद वह युवक सब स्टेशन से निकला, तथा बिजली आ गयी. सिवाईपट्टी थानाध्यक्ष सफीर आलम बताते हैं कि पुलिस इस दिशा में भी अनुसंधान कर रही है. घटनास्थल से बरामद दो सिम वाले मोबाइल को पुलिस खंगालने में जुट गयी है.
मोबाइल में एयरटेल व रिलायंस का सिम लगा है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इसके कॉल डिटेल मंगवा लिये गये हैं. अब उनलोगों के भी कॉल डिटेल निकाले जा रहे है, जिनसे उक्त मोबाइल से बात हुई थी. अगर घटना के समय में उनका नंबर बनघारा नेटवर्कमें काम कर रहा होगा तो उनकी भी गिरफ्तारी तय है. बहरहाल घटना में हिरासत में लिये गये चार लोगों से पूछताछ अभी भी जारी है. डकैती कांड में पकड़े गये सरगना मो मोस्तकीम को जेल भेज दिया गया. मुखिया पति व गृहस्वामी चंदेश्वर साह ने पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताया है. उन्होंने बताया कि पुलिस असली अपराधी तक नहीं पहुंची है. उन्होंने बताया कि अगर न्याय न मिला तो ग्रामीणों के साथ सड़क पर उतरेंगे. वरीय अधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगायेंगे.