किसानों का कहना था कि रोहुआ गांव नगर निगम में शामिल होने जा रहा है. शहर से सटे होने के कारण गांव की जमीन काफी मंहगी है.
हाई टेंशन लाइन गुजरने से जमीन की कीमत काफी घट जायेगी. आबादी वाले इलाके से लाइन जाने से खतरा भी बना रहेगा. ग्रामीणों से गांव से पूरब तरफ से लाइन निकालने का आग्रह किया. देर तक चले विचार विमर्श के बाद निर्णय हुआ कि लाइन निकालने के लिए फिर से सव्रे होगा. इसके लिए 29 अप्रैल तक की तिथि तय किया गया. किसानों को कम से कम नुकसान हो, इसका ध्यान रखने का किसानों को भरोसा दिलाया गया. यह भी निर्णय हुआ कि जब तक वैकल्पिक रुट का सव्रे कार्य पूरा नहीं होगा, तब तक प्रोजेक्ट पर रोक लगी रहेगी. बैठक में किसानों की ओर से अधिवक्ता अरविंद कुमार ने अधिकारियों के समक्ष किसानों की समस्याओं को रखा. बैठक में भू – धारी अजय कुमार सिंह, अजय कुमार, शशि भूषण सिंह, राम नरेश सिंह, बनवारी सिंह, उमेश त्रिवेदी आदि शामिल थे.