मुजफ्फरपुर/कांटी: गलत संगत में नहीं पड़ने का सलाह देना पिता को भारी पड़ गया. अपने दोस्तों के सामने ही बेटा ने पिता के मुंह में गोली मार दी. गोली की आवास सुन कर ग्रामीणों मौके पर जुटे. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भरती कराया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. गांव में तनाव को देखते हुए काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची. शव को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है.
जानकारी के अनुसार, कांटी थाना क्षेत्र के कुशी हरपुर गांव के पोखरैरा टोला में यदुवंश ठाकुर रहते थे. उनकी पत्नी पंचायत शिक्षिका हैं. गांव में मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन था. आयोजन के दौरान ही उनके 16 साल के इकलौते बेटे बिट्ट का एक ग्रामीण से विवाद हो गया था. दोनों के बीच मारपीट की घटना हुई थी. बिट्ट उस ग्रामीण से बदला लेना चाहता था. बुधवार की दोपहर अपने कई दोस्तों को गांव बुला लिया था.
घर पर उसके दोस्तों को जुटा देख पिता ने बेटे को गलत संगत से बचने की सलाह देते हुए डांट-डपट की थी. इसी बात पर बाप-बेटे के बीच विवाद उत्पन्न हो गया. गुस्से में आकर बिट्ट ने पिता यदुवंश ठाकुर के मुंह में पिस्टल घुसा कर एक के बाद एक तीन गोली मार दी. गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़े. आसपास के लोगों के पहुंचने के पूर्व ही बिट्ट के दोस्त फरार हो गया. वही यदुवंश ठाकुर को इलाज के लिए बैरिया स्थित निजी अस्पताल लाया गया, जहां बीच रास्ते में उनकी मौत हो गयी. इकलौते बेटे ने अपने करतूत को छिपाने की कोशिश की. गांव में शव के पहुंचते ही पूरे मामले का खुलासा हुआ. वही बिट्ट गांव में ही छिप गया था. बताया जाता है कि यदुवंश ठाकुर कांटी थर्मल में श्रमिक के रुप में कार्यरत थे. सूचना मिलने पर कांटी पुलिस गांव में पहुंची. छापेमारी कर देर रात बिट्ट को गिरफ्तार कर लिया गया था.
वही शव को पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया गया है. इधर, देर रात मृतक के भाई रघुवंश ठाकुर के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. बताया जाता है कि बिट्ट आपराधिक प्रवृत्ति का लड़का था. उसकी हरकतों से गांव वाले भी परेशान थे.