कटरा/मुजफ्फरपुर: कटरा के धनौर स्थित सोनी बाल विद्या निकेतन के हॉस्टल में सुबह खाना खाते ही 41 बच्चों की हालत बिगड़ने लगी. भोजन करते ही बच्चों को उल्टी, सिरदर्द, पेट में मरोड़, हाथ व पांव में झुनझुनी शुरू हो गयी. बच्चों की हालत बिगड़ते देख संस्थान के संचालक राकेश कुमार सिंह ने सभी बच्चों को नमक व पानी का घोल पिलाया. इसके बाद एंबुलेंस से उन्हें कटरा पीएचसी लाया
गया. इनमें 21 बच्चों की हालत गंभीर होने के कारण एसकेएमसीएच में भरती कराया गया. विद्यालय संचालक राकेश कुमार सिंह ने खाना में कनगोजर निकलने की बात स्वीकारी है. हालांकि, चिकित्सा प्रभारी डॉ अनिल ठाकुर ने साग में कीटनाशक की मात्र होने की आशंका जतायी है.
साग को अच्छी तरह धोकर बनाया था : रसोइया : रसोइया विश्वनाथ मंडल ने बताया कि साग को अच्छी तरह से धोकर बनाया गया था. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अनिल ठाकुर ने साग में प्रयुक्त होने वाले कीटनाशक का असर होने की आशंका व्यक्त की है. सूचना के बाद दारोगा एलएन झा ने पीएचसी से विद्यालय संचालक व रसोइया को अपने साथ थाने ले गये. संचालक ने बताया कि विद्यालय का निबंधन जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से 2012 में कराया गया है. इसका निबंधन संख्या 24 है. वहीं बीमार बच्चों की स्थिति का जायजा लेने के लिए पूर्व राजद विधायक महेश्वर प्रसाद पीएचसी पहुंचे व बच्चों के अभिभावकों को सांत्वना दिया. उन्होंने पीएचसी प्रभारी को अच्छे ढंग से इलाज करने की बात कही.
बच्चों की हालत सामान्य : एसकेएमसीएच में बच्चों का इलाज कर रहे मेडिसीन विभाग के सतीश कुमार ने बताया कि प्रथम उपचार कटरा पीएचसी में कराया गया. खाना खाने के बाद उल्टी के लक्षण दिख रहे थे. अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने बताया कि बच्चों की हालत सामान्य है. एक की बात सुन कर दूसरे बच्चे बेहोश हो गये. सभी का इलाज किया जा रहा है. उधर संचालक राकेश कुमार सिंह ने बताया कि खाना में कनगोजरा मिला है. रसोइया विश्वनाथ मंडल ने बताया कि खाना बिल्कुल साफ-सुथरे तरीके से बनाया जाता है. कीड़ा कैसे निकला है, यह समझ से परे है.