मुजफ्फरपुर: कहते हैं कि दूध का जला छांछ भी फूंक कर पीता है, लेकिन चापाकलों में जहर डालने कि घटना से लोगों को पानी भी फूंक पीने की नौबत आ गयी है. मशरक में मिड डे मील में जहर से 23 बच्चों की मौत के बाद शरारती तत्वों को सनसनी फैलाने का एक तरीका मिल गया. पहले स्कूलों के भोजन पानी में जहर मिलाने की वारदात को अंजाम देने के बाद अब आपसी रंजिश के तहत साजिश में सार्वजनिक जलाशयों को भी निशाना बनाया जा रहा है. इन घटनाओं की रोकथाम के लिये ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
बोचहां में स्कूल के चापाकल में डाला जहर : प्रखंड क्षेत्र के लोहसरी पंचायत स्थित मवि कमलेवलीया में बुधवार की सुबह चापाकल में जहर डालने की सूचना मिलने के बाद पूरे क्षेत्र में
सनसनी फैल गयी. सूचना मिलने के बाद टोला सेवक संतोष कुमार व रंजीत कुमार ने विद्यालय पहुंचकर चापाकल के पास जहर(सुपर किलर 25 इ सी)की खाली डब्बा देखा. उन्होंने चापाकल चलाकर देखा, तो उसमें से उजला रंग का जहरयुक्त पानी निकला. पानी से बदबू भी आ रहा था. चापाकल का हैंडिल भी टूटा था. टोला सेवक ने इसकी सूचना प्रधानाध्यापक उदय नारायण सिंह को दी. प्रधानाध्यापक विद्यालय पहुंचकर इसकी सूचना बोचहां थाना, बीइओ,बीडीओ व डीपीओ को दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे दारोगा आरटी सिंह ने जहर के खाली डिब्बे को जब्त कर लिया व स्थानीय चौकीदार रामचंद्र महतो को विद्यालय में तैनात कर दिया. दारोगा ने पानी के नमूने को जांच के लिए भेजा है.
इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया गया है. दारोगा आरटी सिंह ने बताया कि यह किसी उपद्रवी तत्वों की साजिश नजर आ रही है. विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि इस विद्यालय में कुल 490 बच्चे नामांकित है. विद्यालय में चार चापाकल हैं.इसमें से दो खराब व दो चालू स्थिति में हैं, जिस चापाकल में जहर डाला गया है, उसी से अधिकांश कार्य होता था. जहरयुक्त चापाकल को सील किया गया. पूर्व पंसस अमोद मिश्र, मुखिया पति मो असलम, सरपंच पुत्र विनोद कुमार, बेचन सहनी ने बताया कि पूर्व में ऐसी घटना कभी नहीं हुआ था. यह कोई उपद्रवी तत्वों की करतूत लग रही है.