मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार की अघोषित राजनैतिक राजधानी मुजफ्फरपुर में एक लंबे अरसे के बाद कांग्रेस पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने के लिए दिग्गज नेताओं का जमावड़ा देखने को मिला. इससे पूर्व वर्ष 1989 में भी नेताओं का ऐसा जमावड़ा जिले में देखने को मिला था. उस समय भी मौका था प्रमंडल स्तरीय संवाद का. बीबी कॉलेजिएट में आयोजित उस ‘संवाद’ में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी हिस्सा लिया था. वे उस समय कांग्रेस को पुन: केंद्र की सत्ता में लाने का प्रयास कर रहे थे.
उस मौके को याद करते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रमंडल युवा अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह बताते हैं कि उस संवाद कार्यक्रम में स्वर्गीय राजीव गांधी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, भागवत झा आजाद, एलपी शाही सहित सूबे के तमाम दिग्गज नेता शामिल थे. तब मंच से अपने संबोधन में पूर्व प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं से संचार क्रांति के प्रचार-प्रसार का आह्वान किया था.
उनका मानना था कि देश में कंप्यूटर क्रांति से आम जनता को काफी फायदा होगा. ऐसे में इसे जन-जन तक पहुंचाना जरूरी है. यह जिम्मेदारी उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को निभाने की अपील की थी, ताकि इसका फायदा लोगों के साथ कांग्रेस पार्टी को भी मिल सके. उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत बनाने के लिए एकजुटता की अपील भी की थी. तब दो वर्ष बाद कांग्रेस पार्टी दुबारा केंद्र की सत्ता में लौटी, पर आतंकवादियों द्वारा हत्या कर दिये जाने के कारण राजीव गांधी दुबारा प्रधानमंत्री नहीं बन सके थे.