मुजफ्फरपुर: एइएस से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए इस वर्ष सदर अस्पताल में एसकेएमसीएच की तरह व्यवस्था होगी. अस्पताल में बीमार बच्चों के इलाज के लिए 30 बेड का आइसीयू बनाने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र ने सीएस डॉ ज्ञान भूषण को दिया है.
उन्होंने इसके लिए एक प्रारू प बना कर भेजने की बात कही. पटना में एइएस के इलाज के लिए बुधवार को हुई बैठक में नये गाइडलाइन पर चर्चा हुई. प्रधान सचिव ने कहा कि इस वर्ष भी बीमारी के समय दूसरे जिलों से डॉक्टर व एएनएम की प्रतिनियुक्ति की जायेगी. साथ ही जिले में बीमारी से बचाव के लिए जागरू कता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. प्रधान सचिव ने कहा कि विभिन्न पीएचसी में यह काम शुरू कर दिया जाये, जिससे लोग पहले से ही बीमारी से बचाव के लिए जागरू क हो जाये. बैठक में बीमारी पर रिसर्च कर रहे डॉ जैकब जॉन, डा एसएन आर्या, सिविल सजर्न डॉ ज्ञान भूषण, मलेरिया पदाधिकारी डॉ सतीश कुमार सहित अन्य डॉक्टर मौजूद थे.
प्रभावित प्रखंडों में चलेगा विशेष अभियान : बैठक में बीमारी से प्रभावित रहे प्रखंडों में विशेष अभियान चलाने की बात कही गयी. मुशहरी, मीनापुर, कांटी, गायघाट व बोचहां में विशेष अभियान चला कर लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया है. इन प्रखंडों में डॉक्टरों की टीम को भ्रमण कर लोगों को बीमारी से बचाव के लिए प्रशिक्षित करने की बात कही. बैठक में सिविल सजर्न डॉ ज्ञान भूषण ने पीएचइडी विभाग सहित अन्य विभाग की ओर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने की बात कही. उन्होंने कहा कि पीएचइडी विभाग को प्रखंडों में पानी की शुद्धता की जांच करनी थी, आइसीडीएस को कुपाषित बच्चों की पहचान कर उनका पोषण करना था. लेकिन यह काम नहीं हुआ.