मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि के स्नातक पार्ट वन छात्रों के पंजीयन का रास्ता साफ होता दिख रहा है. करीब एक लाख छात्रों के अधर में लटके कैरियर को देखते हुए विवि प्रशासन ने तत्काल स्थानीय स्तर पर ही कंप्यूटराइज्ड के बदले मैनुअल सिस्टम से ही पंजीयन कराने का फैसला लिया है. इसके लिए प्रति कुलपति डॉ राजेंद्र मिश्र ने वीसी से आदेश के लिए संचिका को आगे बढ़ा दिया है. हालांकि, वीसी ने अभी संचिका पर अंतिम मुहर नहीं लगायी है.
उम्मीद है कि शनिवार को अनुमति मिलने के बाद सोमवार से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी. इधर, विवि के इस फैसले के बाद निगरानी जांच में फंसा उत्तर पुस्तिका खरीदारी का मामला एक बार फिर उलझ गया है. एजेंसी व विवि के बीच राशि भुगतान को लेकर शुरू विवाद ने एक बार फिर नया मोड़ ले लिया है.
छह माह से लंबित है पंजीयन
स्नातक प्रथम खंड में नामांकन समाप्त हुए करीब छह माह बीत चुके हैं. इसके बाद विवि की ओर से पंजीयन के लिए तिथि निर्धारित की गयी. इसके तहत कॉलेजों ने छात्रों से पंजीयन फॉर्म भरा विवि को भेज दिया, लेकिन कंप्यूटराइज्ड पंजीयन करने व मार्क्स शीट तैयार करने वाली केंद्रीय भंडार एजेंसी व विवि के बीच राशि भुगतान को लेकर चल रहे विवाद से पंजीयन का मामला लंबित पड़ा हुआ था. तत्काल कंप्यूटराइज्ड करने के नाम पर हुई लाखों की उगाही का मामला निगरानी जांच में फंसा हुआ है. इसके चलते विवि कोई भी नया फैसला लेने से पूर्व पुराने विवाद को सुलझाना चाह रहा है.