मुजफ्फरपुर: स्नातक पार्ट-थर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र में गड़बड़ी मामले में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय का दूरस्थ शिक्षा निदेशालय बुरी तरह फंस गया है. इस मामले में विवि ने शामिल दूरस्थ केंद्र के अधिकारियों व प्रवेश पत्र सेक्शन के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.
शुक्रवार को परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह खुद एलएस कॉलेज परीक्षा केंद्र पर पहुंच मामले की जांच की. इस दौरान उन्होंने मामला को सत्य पाया. इसके बाद वे करीब एक दर्जन दूरस्थ केंद्र के परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र का फोटो स्टेट करा अपने साथ ले गये. परीक्षा नियंत्रक ने सारे मामले से विवि के प्रो-वीसी व वीसी को अवगत करा दिया है. वहीं प्रवेश पत्र सेक्शन के कर्मचारी मनेंद्र से स्पष्टीकरण की मांगा है.
परीक्षा नियंत्रक ने अपने रिपोर्ट में वित्तीय अनियमितता व धोखाधड़ी की बात लिखते हुए डिस्टेंस व प्रवेश पत्र सेक्शन के क्रिया कलापों पर सवाल उठाया है. साथ ही विवि को आर्थिक क्षति पहुंचाने और धोखाधड़ी करने वाले डिस्टेंस के अधिकारियों व प्रवेश पत्र सेक्शन के कर्मचारियों पर एफआइआर दर्ज करने की भी अनुशंसा कुलसचिव व वीसी से की है. इधर, इस मामले को लेकर शुक्रवार को दिन भर डिस्टेंस से लेकर प्रवेश पत्र सेक्शन तक हड़कंप मचा रहा.
परीक्षा नियंत्रक की मुहर
छात्रों को मिले प्रवेश पत्र पर बीआरए बिहार विवि के जगह दूरस्थ शिक्षा निदेशालय लिखा है. प्रवेश पत्र पार्ट-थर्ड परीक्षा के लिए निर्गत किया गया है, लेकिन प्रवेश पत्र पर इसका कहीं जिक्र नहीं है. साथ ही परीक्षा नियंत्रक के जगह निदेशक प्रिंट है, लेकिन मुहर परीक्षा नियंत्रक का लगा है. हालांकि, परीक्षा नियंत्रक का लगा मुहर भी संदेह के घेरे में है. क्योंकि सारे प्रवेश पत्र पर अरुण कुमार सिंह लिखा है. जबकि, सिर्फ डिस्टेंस के छात्रों के प्रवेश पत्र ही गोला कार मुहर मारा गया है.