मुजफ्फरपुर: 20 साल से अपने मालिक का विश्वासपात्र बनी नौकरानी का एक साथ 24.50 लाख रुपये नगद देख मन डोल गया. नगद पैसे के साथ ही वह लाखों रुपये का आभूषण लेकर अपने पांच बच्चों के साथ चंपत हो गयी, लेकिन मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने सिद्दीकी लेन में छापेमारी कर चोरनी को लाखों रुपये नगद के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है.
बुधवार को पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लेकर चली जायेगी. उत्तर पश्चिम जिले के केशवपुरम थाना इलाके में विनय खारी रहते है. उनका रामपुरा में हाउस नंबर 178 है. वे मकान बनाने का कारोबार करते है. उनके घर में 20 साल से रोजिता नौकरानी का काम करती है.
वह अपने पांच बच्चों के साथ सामने के मकान में रहती है. मकान बनाने के सिलसिले में विनय ने अपने साले संजय से 24.5 लाख रुपया उधार लिया था. संजय गाजियाबाद के राजेंद्र नगर का रहने वाला है. उसने 9 मई को 10 लाख, 11 मई को 7 लाख, 18 मई को 3 लाख, 20 मई को 3 लाख, 22 मई को 1.5 लाख रुपये दिये थे. पैसे मिलने के बाद विनय ने अपने मकान के तीसरी मंजिल पर दीवार में बनी आलमारी में रख दी थी. वहां पर परिवार के लोगों के आभूषण भी रखे थे. 22 जून को रकम निकालने के लिए जब विनय ने आलमारी खोली, तो पैसा व आभूषण गायब था.
मोबाइल से पता चला लोकेशन
छानबीन में पता चला कि रोजिता 12 जून से ही मकान छोड़ कर अपने बच्चों के साथ फरार है. उसका मोबाइल नंबर 9289665241 भी स्वीच ऑफ था. केशवपुरम थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सब इंस्पेक्टर जगदीप को अनुसंधान की जिम्मेवारी सौंपी गयी. मोबाइल की छानबीन से पता चला कि वह मुजफ्फरपुर में है.
पुलिस ने उसके एक सहयोगी को दिल्ली में ही गिरफ्तार कर लिया था, जिसने उसे मुजफ्फरपुर भागने में मदद की थी. उससे पूछताछ के आधार पर मंगलवार की सुबह सब इंस्पेक्टर जगदीप, हवलदार अजय व महिला सिपाही संगीता के साथ नगर थाने पहुंच गया. नगर थानाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद के सहयोग से सिद्दीकी लेन में छापेमारी कर रोजिता को दबोच लिया गया. उसके पास से पुलिस ने 3.40 लाख रुपये नगद बरामद कर लिया है. देर रात तक उससे पूछताछ जारी थी.