मुजफ्फरपुर: जनता दल यूनाइटेड ने मंगलवार को भाजपा की ओर से घोषित बिहार बंद को असफल बताया है. जदयू जिलाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार शर्मा ने शाम में अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिला कार्यालय पर बैठक कर समीक्षा करने के बाद बताया कि भाजपा की ओर से बंदी घोषित होने के बाद भी शहर के सभी प्रमुख प्रतिष्ठान खुले रहे.
जिलाध्यक्ष ने पीड़ित दुकानदारों से मिल कर स्थिति की जानकारी प्राप्त की. महानगर अध्यक्ष डॉ शब्बीर अहमद, प्रदेश मंत्री इसराइल मंसूरी, महानगर जदयू
उपाध्यक्ष संजीत कुमार पांडेय, रमाकांत पांडेय, सुनील पांडेय, अमित कुमार श्रीवास्तव, कुमारेश्वर, पप्पू श्रीवास्तव, डॉ विकास, भगवान लाल महतो, परशुराम मिश्र, विद्यानंद मिश्र, अखिलेश सिंह, इरसाद हुसैन गुड्ड, महेंद्र मधुप आदि ने भाजपा की बंदी को पूर्णत: असफल करार दिया है.
भाजपा विधायकों से मांगा इस्तीफा
जदयू नेता राजेश कुमार उर्फ बच्च पटेल ने कहा कि भाजपा द्वारा अनावश्यक रूप से विश्वासघात दिवस बता बिहार को बंद करने की घोषणा को मंगलवार को सूबे की जनता ने सिरे से नकार दिया है.
उन्होंने कहा कि 2010 विधानसभा चुनाव में भाजपा के 91 विधायकों को नीतीश कुमार के नाम पर वोट मिला था. इसी के बदौलत 91 सीट हासिल हुआ था. यदि भाजपा नैतिक वादी पार्टी है, तो सभी विधायकों को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. इधर, नीतीश विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज कुमार सर्राफ ने कहा कि भाजपा को जदयू द्वारा सत्ता से बेदखल कर देने से भाजपाई बौखला गये हैं. पटेल हितकारी संघ के संयोजक शिशिर कुमार नीरज ने कहा कि बिहार बंद कराने को लेकर सड़क पर उतरे भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिस तरह उत्पात मचाया है.