मुजफ्फरपुर: स्कूल में पढ़ाने के बजाय शिक्षिका बच्चों से घर का काम कराती है. अगर कोई बच्च इससे इनकार करता है तो उसकी हाजिरी काट दी जाती है. गायघाट प्रखंड के धबौली प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मी में बुधवार को जब जिला शिक्षा पदाधिकारी स्कूल में निरीक्षण करने पहुंचे तो मामले का खुलासा हुआ. डीइओ मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने बताया कि जब वह निरीक्षण के लिये पहुंचे, उस वक्त भी पंचायत शिक्षिका कविता कुमारी विद्यालय में नहीं थी. निरीक्षण के दौरान विद्यालय के कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों ने बताया कि शिक्षिका स्कूल कभी कभी आती है. वह घर पर अधिक समय देती हैं.
विद्यालय के छात्र छात्रओं को उनके घर से कोई बुलाने आता है. घर पहुंचने पर वह घर का कार्य करवाती हैं. ग्रामीणों ने भी कहा कि बच्चे उन्हें शिकायत करते हैं कि वह विद्यालय नहीं जायेंगे. शिक्षिका पढ़ाने के बजाय घर का कार्य कराती हैं. जब डीइओ ने रजिस्टर चेक किया तो बिना छुट्टी ही शिक्षिका गायब थी. डीइओ ने इसकी जांच रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को सौंप दी है.
मध्यान भोजन भी नहीं बनता है विद्यालय में : स्कूल में मध्याह्न् भोजन भी नहीं बनता है. निरीक्षण करने पहुंचे डीइओ ने जब बच्चों से मध्याह्व भोजन के बारे में जानकारी ली तो बच्चों ने बताया कि स्कूल में मिड डे मील कभी-कभी ही बनता है. महीने में करीब 20 दिन मध्याह्न् भोजन नहीं बनता है.