मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार में सोमवार की दोपहर आयी आंधी-पानी व ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचायी है. तेज हवा के कारण कई छप्पर धराशायी हो गये. सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं व मक्के की फसल को काफी नुकसान हुआ है. कई जगह सड़कों पर पेड़ व बिजली के पोल गिरने से आवागमन बाधित हो गया.
शहरों व कस्बों में जलजमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. आंधी-पानी, ओला गिरने व ठनका गिरने से उत्तर बिहार में आठ लोगों की मौत हो गयी. दरभंगा में जहां चार लोगों की मौत हुई है, वहीं समस्तीपुर में तीन व सीतामढ़ी में एक व्यक्ति की जान चली गयी. इसके अलावा करीब ढाई दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक, ओलावृष्टि का करीब 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है. उत्तर बिहार में 100 ग्राम से लेकर डेढ़ किलो तक के ओले गिरे. पूसा स्थित मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक गुलाब सिंह ने बताया कि उच्च आर्द्रता की वजह से टर्फ लाइन बना और इसी वजह से भारी ओला वृष्टि हुई है. समस्तीपुर में डेढ़ किलो तक के आकार के ओले गिरे हैं. आम व लीची को भारी नुकसान हुआ है.